गिल ने कहा है कि यह भारत के लिए बड़ा संकेत है और इस प्रस्ताव का स्वागत किया जाना चाहिए. उन्होंने इस बात पर आश्चर्य जाहिर किया कि अब तक जनरल बाजवा के इस प्रस्ताव पर भारत ने सकारात्मक प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी.
शनिवार को पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में गए नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा था कि उन्हें जनरल बाजवा की ओर से यह प्रस्ताव दिया गया था. उन्होंने कहा कि बाजवा ने ननकाना साहिब के लिए भी रूट खोलने की इच्छा जताई थी.
पाकिस्तान की कई जगहों में से ये दोनों जगहें सिखों की आस्था का केंद्र रही हैं. कई बार पाकिस्तान जा चुके गिल ने कहा कि भारत सरकार ने कभी भी सिखों के लिए ऐसी कोई पहल नहीं की है. उन्होंने कहा, ‘मुस्लिमों के पास मक्का है, हिंदुओं के पास तिरुपति है, लेकिन छोटा सा सिख समुदाय पाकिस्तान में करतारपुर साहिब जाने से वंचित क्यों है?’