भारत और अमेरिका ने बुधवार को मुक्त, खुले, जुड़े हुए और सुरक्षित हिंद-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन करने के लिए द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने पर सहमति व्यक्त की। भारत-अमेरिका टू प्लस टू इंटर-सेशनल मीटिंग में भारत के विदेश और रक्षा मंत्रालय और अमेरिकी विदेश व रक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने उक्त जानकारी दी।
इस बैठक का मकसद भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना था। इससे पहले मंगलवार को अमेरिका-भारत कारोबारी परिषद के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा कि भारत और अमेरिका नैसर्गिक रूप से एक-दूसरे के पूरक हैं। उन्होंने कहा कि एक दूसरे के साथ राजनीतिक सहजता के कारण भारत और अमेरिका क्वाड व I2U2 जैसे गठजोड़ के माध्यम से क्षेत्रीय एवं वैश्विक घटनाक्रम को आकार प्रदान कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘आज का भारत आत्मनिर्भर है। आज भारत अपनी क्षमता बढ़ाना चाहता है, आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत बनाना और नवाचार करने वाली प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना चाहता है। आज का भारत अधिक निर्यात कर रहा है, नई-नई खोज कर रहा है, ज्यादा से ज्यादा गठजोड़ कर रहा है और ज्यादा प्रभावी तरीके से काम कर रहा है।’