अनुकूल आर्थिक माहौल से उत्साहित अधिकांश भारतीय कंपनियों के वित्त प्रबंधकों को 2017 में सामान्य से लेकर ठोस आर्थिक विस्तार की उम्मीद है। यह बात गुरुवार को जारी ग्लोबल बिजनेस एंड स्पेंडिंग आउटलुक सर्वेक्षण में कही गई। अमेरिकन एक्सप्रेस द्वारा प्रायोजित एवं इंस्टिट्युशनल इनवेस्टर कस्टम रिसर्च लैब द्वारा संचालित इस सर्वेक्षण में कहा गया है कि बाजार में भारतीय कंपनियों द्वारा खर्च एवं निवेश के बढ़ने की उम्मीद है और 67 फीसदी भारतीय कंपनियां इस साल अपनी ग्रोथ के साथ लाभ को बढ़ाने के लिए खर्च एवं निवेश पर फोकस कर रही हैं।
सर्वेक्षण में बताया गया कि लगभग 37 फीसदी भारतीय वित्तीय प्रबंधक अपनी-अपनी कंपनी के खर्च एवं निवेश स्तर में 10 फीसदी से ज्यादा बढ़ोतरी की उम्मीद रखते हैं, जबकि केवल 24 फीसदी विदेशी प्रबंधक ही ऐसा मानते हैं। यह इस बात का संकेत है कि खर्च एवं निवेश बढ़ाने के लिए विदेशी प्रबंधकों की तुलना में भारतीय प्रबंधकों की तैयारी ज्यादा अच्छी है।
अमेरिकन एक्सप्रेस की ग्लोबल कॉर्पोरेट पेमेंट्स उपाध्यक्ष एवं महाप्रबंधक सारू कौशल ने कहा, “इस साल अनुकूल आर्थिक माहौल के कारण भारतीय कंपनियों से उनके खर्च और निवेश में वृद्धि की अपेक्षा है। सभी श्रेणियों में संसाधनों का सर्वाधिक उपयोग और खर्चो के कुशल प्रबंधन पर फोकस के साथ भारतीय कॉर्पोरेट समुदाय अनुकूल विकास की दिशा में बढ़ रहा है।”
उन्होंने कहा, “हम पूरे विश्व के वित्तीय प्रबंधकों को व्यावसायिक खर्च प्रबंधन के माध्यम से सहयोग करने और संसाधनों का सर्वाधिक उपयोग करने के लिए नवोन्मेषी साधनों के द्वारा उन्हें सशक्त बनाने और इस तरह उनसे लाभ लेने की क्षमता पर सकारात्मक प्रभाव डालने का लगातार प्रयास कर रहे हैं।”
सर्वेक्षण से पता चला कि भारत के लगभग 67 फीसदी वित्त प्रबंधकों के अनुसार, उनकी कंपनी पर ग्राहक सेवा की गुणवत्ता में प्रतिस्पर्धा करने का दबाव काफी बढ़ गया है। समान मापदंड के लिए प्राप्त प्रतिक्रिया के पैमाने पर भारत विश्वव्यापी (50 फीसदी), एशिया एवं ऑस्ट्रेलिया (44 फीसदी) से आगे है। साफ है कि भारतीय कंपनियां ग्राहक सेवाओं में सुधार पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं।