भाजपा सांसद परेश रावल ने सरदार पटेल की मूर्ति बनाने पर सवाल उठाने वालों को करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि इस देश में सैंकड़ों चीजों पर नेहरु और गांधी परिवार की छाप है, ऐसे में अगर देश को एकता के सूत्र में बांधने वाले सरदार पटेल की एक मूर्ति बन जाने से तकलीफ क्यों है।
रावल ने ट्वीट किया, ‘विश्वास नहीं कर सकता हूं कि 99 शैक्षिक संस्थानों, 66 योजनाओं, 26 खेल ट्राफियां, 17 स्टेडियम, 9 हवाई अड्डे/बंदरगाहों, 41 पुरस्कार, 37 अस्पतालों, 17 राष्ट्रीय उद्यान, 37 सड़कें और 17 छात्रवृत्तियां! गांधी-नेहरू परिवार के नाम होने के बावजूद लोगों को एक ऐसे व्यक्ति की 1 मूर्ति के से समस्या हो गई है, जिन्होंने भारत को एकजुट किया।’
गौरतलब है कि गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को गुजरात में नर्मदा नदी के किनारे स्थित सरदार पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा के लोकार्पण किया है। यह दुनिया में सबसे ऊंची मूर्ति है। इसके साथ ही विपक्षी पार्टियों ने भाजपा पर कटाक्ष भी शुरू कर दिए।
विपक्षी पार्टियों का सवाल है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की इतनी विशाल प्रतिमा क्यों नहीं लगाई गई। उन्होंने भाजपा पर सरदार पटेल जैसे स्वाधीनता संग्राम के नायकों की विरासत को ‘हाईजैक’ करने का भी आरोप लगाया।