मसूरी में परिवार के साथ गए विधायक प्रदीप बत्रा का चालान काटने के मामले का छह सेकेंड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। विधायक का कहना है कि सोशल मीडिया पर पूरा वीडियो नहीं दिखाया जा रहा। उन्होंने व परिवार के सभी सदस्यों ने मास्क पहना था। उन्होंने चालान निरस्त कर उनके 500 वापस किए जाने की मांग की है। इस संबंध में मंगलवार को विधायक ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि वह मसूरी में परिवार के साथ पैदल घूमने निकले। इस दौरान उन्होंने देखा कि एक पुलिसकर्मी कथित तौर पर पर्यटकों के साथ गलत बर्ताव कर रहा है। पुलिसकर्मी को समझाने का प्रयास किया तो वह दुर्व्यवहार करने लगा। विधायक के रूप में परिचय देने पर पुलिसकर्मी ने गलत टिप्पणी की।
बत्रा का कहना है कि मास्क लगे होने पर भी मास्क न पहनने की बात कहकर चालान काटने की बात कही गई। ऐसे में मौके पर ज्यादा न उलझते हुए, चालान के नाम पर सोशल डिस्टेन्स कायम रखते हुए 500 रुपये दे दिए और वापस होटल चले गए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर इस पूरे प्रकरण को गलत तरीके से काट-छांटकर पेश किया गया है। वीडियो में केवल अंत दिखाया गया है। पूरी वीडियो दिखाई जाए। विधायक ने पुलिस प्रशासन से अनुरोध किया कि उनका चालान गलत काटा गया था, ऐसे में उसे निरस्त किया जाए और इसके एवज में दिए गए उनके 500 रुपये लौटा दिए जाएं। साथ ही कहा कि किसी भी व्यक्ति का गलत चालान न काटा जाए और पर्यटकों से अच्छा बर्ताव किया जाए। बत्रा ने कहा कि उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर ही आधारित है और यदि इस तरह का व्यवहार पर्यटकों के साथ होगा तो छवि धूमिल होगी।