राजस्थान भाजपा के महामंत्री और विधायक मदन दिलावर ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि देशभर में मुगलकाल में बनी सभी मस्जिदों की नीचे खुदाई करवाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि खुदाई में मंदिर के अवशेष मिलने पर उनको पूजा-अर्चना के लिए खोला जाना चाहिए। दिलावर ने कहा कि पूरे देश में जहां मुगलकालीन मस्जिद हैं, वो अधिकतर मंदिर ढहाकर बनाई गई हैं। ऐसे में मुगलकाल में बनी मस्जिदों की खुदाई करवाई जाए तो अधिकांश में हिंदू मंदिरों के अवशेष मिलेंगे। उन्होंने राज्य सरकार से इस तरह की मस्जिदों की खुदाई करवाने की मांग की है, जिसे पता चल सके कि ये सही में मस्जिदें हैं या यह मंदिर तोड़कर बनाई गई हैं। जहां ऐसे अवशेष मिलते हैं कि मंदिर तोड़कर बनाई गई हैं। उस जगह को सबको, पूजा-अर्चना के लिए खोलना चाहिए। दिलावर ने कहा कि अजमेर स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में हिंदू निशान बताए जाने को लेकर महाराणा प्रताप सेना के अध्यक्ष द्वारा दिए गए बयान की भी जांच करवाई जानी चाहिएो।
गौरतलब है कि ज्ञानवापी और कुतुबमीनार को हिंदू धार्मिक स्थल बताए जाने के बीच अब राजस्थान के अजमेर में स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह को हिंदू मंदिर होने का दावा किया गया है। महाराणा प्रताप सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजवर्धन सिंह परमार ने गत दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर पुरातत्व विभाग से दरगाह का सर्वे करवाने की मांग की थी। परमार ने सीएम को लिखे पत्र में कहा कि हिंदू मंदिर को तोड़कर अजमेर में दरगाह बनाई गई थी, इसलिए इसका पुरातत्व विभाग से सर्वेक्षण करवाया जाए। इसमें मंदिर होने के पुख्ता सुबूत सामने आएंगे। उन्होंने दावा किया कि दरगाह के अंदर कई स्थानों पर हिंदू धार्मिक चिह्न स्वास्तिक और कमल के फूल बने हुए हैं। दिल्ली निवासी परमार ने कहा कि एक सप्ताह में इसकी जांच नहीं हुई तो वह दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों से मिलेंगे और फिर सेना के दो हजार कार्यकर्ता अजमेर जाएंगे। बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने पत्र की प्रति राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द, राज्यपाल कलराज मिश्र, केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल और मीनाक्षी लेखी को भेजी है।