तमिलनाडु में भाजपा नेताओं को बिना इजाजत कैंडल मार्च निकालना भारी पड़ गया है। पुलिस ने भाजपा के 3500 कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। भाजपा नेताओं ने आर्मी जवान की हत्या को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है।
तमिलनाडु में बीजेपी नेताओं और उसके समर्थकों द्वारा बिना इजाजत कैंडल मार्च निकालने पर पुलिस ने कार्रवाई की है। पुलिस ने लगभग 3,500 भाजपा नेताओं और समर्थकों के खिलाफ केस दर्ज किया है। बता दें कि डीएमके पार्षद द्वारा आर्मी जवान की हत्या के विरोध में ये कैंडल मार्च निकाला गया है।
राज्यपाल से मिले अन्नामलाई
चेन्नई पुलिस के अधिकारियों ने इस बारे में अधिक जानकारी दी है। पुलिस ने बताया कि भाजपा नेताओं ने बिना अनुमति के कैंडल मार्च निकाला था, इसलिए उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 143, 151 आर/डब्ल्यू 41(6) के तहत मामला दर्ज किया गया है। बता दें कि तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष अन्नामलाई ने भी मंगलवार को पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ राज्य की डीएमके सरकार के खिलाफ एक दिवसीय भूख हड़ताल और कैंडल मार्च में भाग लिया था। इसको लेकर अन्नामलाई ने पूर्व सैनिकों के साथ राजभवन में राज्यपाल आरएन रवि से मुलाकात की।
घटना से राज्यपाल भी दुखी: अन्नामलाई
राज्यपाल से मुलाकात के बाद अन्नामलाई ने बताया, “पूर्व सैनिकों ने राज्यपाल को अपनी शिकायतें बताईं और व्यक्त किया कि वे तमिलनाडु में असुरक्षित हैं। राज्यपाल ने पूर्व सैनिकों की बात सुनी और उन्होंने इसे बहुत गंभीरता से लिया है।” अन्नामलाई ने कहा कि राज्यपाल भी इस घटना से दुखी हैं।
सरकारी नौकरी और मुआवजा देने की मांग
भाजपा नेता ने आगे बताया कि राज्यपाल ने हमें कहा कि जो कुछ भी हुआ उससे उन्हें पीड़ा हुई है। उन्होंने वादा किया कि वह इस पर गौर करेंगे और उनसे बात करेंगे। अन्नामलाई ने कहा कि राज्यपाल से भी कार्रवाई करने और मृतक के परिवार को सरकारी नौकरी और मुआवजा देने का अनुरोध किया गया है।
आरोपी पार्षद समेत 9 आरोीप गिरफ्तार
इस बीच, तमिलनाडु पुलिस ने जवान की हत्या के मुख्य आरोपी डीएमके पार्षद चिन्नासामी और उनके बेटे राजापंडी सहित नौ अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है।