आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से जारी किए गए स्टिंग को लेकर कहा है कि मनीष सिसोदिया ने चार दिन का समय दिया है। अगर कुछ गड़बड़ है तो सोमवार तक गिरफ्तार कर ले और नहीं है तो माफी मांग ले। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार को हर समय सीबीआई और ईडी छोड़कर कुछ सकारात्मक काम करना चाहिए। केजरीवाल ने कहा कि वह अभी तक यह नहीं समझ पाए कि घोटाला क्या है।
अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में कूड़े के पहाड़ को लेकर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी के स्टिंग ऑपरेशन को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, ”मनीष जी ने तो कह दिया कि सीबीआई में जांच चल रही है, सभी स्टिंग सीबीआई को सौंप दो। सीबीआई सोमवार तक जांच कर ले, चार दिन बहुत होते हैं, कुछ गड़बड़ है तो गिरफ्तार कर ले और गड़बड़ नहीं हो तो माफी मांग ले।”
यह कहे जाने पर कि सीबीआई के सूत्रों का कहना है कि उन्होंने स्टिंग को संज्ञान में लिया है और उनका आरोप है कि अमित अरोड़ा का एक्साइज पॉलिसी के लोगों से सीधा संपर्क है? केजरीवाल ने कहा, ”करें, तो गिरफ्तार कर लें। सूत्र से स्टिंग से बात करना ठीत नहीं है। आज तक समझ में नहीं आया कि घोटाला क्या हुआ है। भाजपा एक दिल्ली का नेता कहता है कि 1.5 लाख करोड़ का घोटाला हुआ है लेकिन दिल्ली का बजट ही 70 हजार करोड़ का है। तो इतना घोटाला कैसे हो सकता है। उसके बाद एक नेता 8000 करोड़ बोलता है। एलजी साहब ने बोला 144 करोड़ रुपये का घोटाला है। सीबीआई ने बोला कि एक करोड़ का घोटाला है। सीबीआई की रेड हुई वहां कुछ नहीं मिला।”
दिल्ली के सीएम ने कहा, ”मुझे लगता है कि केंद्र सरकार को सुबह से शाम तक सिर्फ सीबीआई ईडी, सीबीआई-ईडी के अलावा कुछ पॉजिटिव काम भी करना चाहिए देश के लिए। देश के लिए पॉजिटिव काम नहीं करेंगे तो देश आगे कैसे बढ़ेगा। 24 घंटे सिर्फ सीबीआई-ईडी की बात होती है। पूरे देश को डरा धमका रखा है। ऐसे देश कैसे आगे बढ़ेगा। कोई गलत काम करें तो उसे पकड़ों। लेकिन जबर्दस्ती सबके ऊपर सीबीआई-ईडी, ऐसे देश कैसे आगे बढ़ेगा। हमारे प्रेस कांफ्रेस को देखो हमारे 95 फीसदी पीसी पॉजिटिव होते हैं।”
पूर्व नौकरशाहों की ओर से आप की मान्यता रद्द करने को लेकर लिखे गए लेटर पर केजरीवाल ने कहा, ”उन सरकारी नौकरों को यह भी लिखना चाहिए गुजरात में बहुत भ्रष्टाचार हुआ है। गुजरात में जहरीली शराब पीकर बहुत लोग मर गए। उसे लेकर भी उन्हें चिट्ठी लिखनी चाहिए। जांच करने की मांग करनी चाहिए। उसपर भी चिंता करना चाहिए।”