राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता देश में गृह युद्ध भड़का रहे हैं. गहलोत ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के बयान को लेकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कोई नेता ऐसा नारा कैसे लगवा सकता है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जमकर हमला बोला है. समाचार एजेंसी के मुताबिक, उन्होंने सीधा आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पार्टी के नेता देश को गृह युद्ध में धकेल रहे हैं.
आज देश में जिस तरह के हालात हैं, इससे समझा जा सकता है कि देश कहां जा रहा है. उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधा. राजस्थान विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए गहलोत ने ये बातें कही.
अशोक गहलोत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘हम लोकतंत्र को कमजोर नहीं कर रहे हैं. आप और आपकी पार्टी के नेता लोकतंत्र को कमजोर कर रहे हैं. केंद्र में बैठे सत्ता पक्ष के लोग गृहयुद्ध भड़का रहे हैं. जिस पार्टी ने देश को आजाद कराया, जिसकी सरकार आज राजस्थान में है, वह कैसे लोकतंत्र को कमजोर कर सकता है.’
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के दौरान 15 लोगों की मौत हुई. इसके बाद वहां के मुख्यमंत्री ने प्रदर्शन में शामिल लोगों से संपत्ति को हुए नुकसान का बदला लेने की बात कही. भला कोई मुख्यमंत्री कैसे बदला ले सकता है.
उन्होंने कहा कि आपके एक मुख्यमंत्री कहते हैं कि नहीं मानेंगे तो गोली से मानेंगे. भला एक मुख्यमंत्री ऐसी भाषा कैसे बोल सकता है. लेकिन किसी ने इसका विरोध नहीं किया.
कांग्रेस ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजधर्म निभा रहे हैं. जैसा कि गोधरा दंगा के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने नरेंद्र मोदी को मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए राजधर्म निभाने को कहा था.
गहलोत ने दिल्ली विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा नेताओं द्वारा भड़काऊ बयान का हवाला दिया. ”देश के गद्दारों…” कोई नेता ऐसा नारा कैसे लगवा सकता है.
दिल्ली विधानसभा के चुनाव प्रचार के दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक विवादित नारा “देश के गद्दारों को गोली मारो…” लगवाया था. इसके बाद दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन स्थल और जामिया इलाके में एक सप्ताह के अंदर तीन बार फायरिंग की घटना हुई.
विपक्ष के नेताओं ने फायरिंग की घटना के बाद अनुराग ठाकुर को निशाने पर लिया. देशभर में उनकी निंदा हुई. चुनाव आयोग ने उन पर कार्रवाई भी की.