महाराष्ट्र के भंडारा जिले में दर्दनाक हादसा हुआ है. भंडारा के सरकारी अस्पताल में आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई है. सीएम उद्धव ठाकरे ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं वहीं गृह मंत्री अनिल देशमुख खुद भंडारा जा रहे हैं. अनिल देशमुख ने आजतक से बात करते हुए साफ कहा कि इस हादसे के लिए जो भी जिम्मेदार पाए जाएंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.

इस बीच हादसे को लेकर घिरी महाराष्ट्र सरकार ने पीड़ितों के जख्म पर मरहम लगाने के लिए मुआवजे का ऐलान कर दिया है. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है. दूसरी तरफ, उद्धव मंत्रिमंडल में महिला एवं बाल कल्याण विभाग के राज्यमंत्री बच्चू कडू ने हादसे में नवजात बच्चों की मौत पर दुख व्यक्त किया और कहा कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा.
उन्होंने आश्वस्त किया कि दोषियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जाएगी. महिला एवं बाल कल्याण विभाग के राज्यमंत्री ने कहा कि यह घटना बेहद पीड़ादायक है. इस दुख को शब्दों में बयान कर पाना मुश्किल है. इससे पहले डिप्टी सीएम अजित पवार ने हर सरकारी अस्पताल के शिशु वार्ड में सेफ्टी ऑडिट के आदेश भी दे दिए हैं. गौरतलब है कि 8-9 जनवरी की रात 2 बजे भंडारा के सरकारी अस्पताल में आग लग गई थी.

इस हादसे में अस्पताल के शिशु वार्ड में 17 नवजात बच्चे एडमिट थे. 17 में से 10 नवजात बच्चों की इस हादसे में दर्दनाक मौत हो गई. 7 नवजात बच्चों को सुरक्षित बचा लिया गया था. बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई नेताओं ने ट्वीट कर हादसे पर दुख व्यक्त किया है.
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