उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के घंटा घर पर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर झंडा फहराने जा रहीं सैयद उजमा परवीन को पुलिस ने घर में नजरबंद कर दिया है. सैयद उजमा परवीन ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ घंटा घर में विरोध-प्रदर्शन किया था. उनको गिरफ्तार भी किया गया था.
डीसीपी (पश्चिमी) सर्वश्रेठ त्रिपाठी ने कहा, किसी भी व्यक्ति को बिना इजाजत के पब्लिक प्लेस पर झंडा फहराने से मना किया गया है. जो लोग ऐसा कर रहे थे उनको समझाया भी गया.
वहीं, सैयद उजमा परवीन के मुताबिक, वह स्वतंत्रता दिवस पर सीएए और एनआरसी से आजादी दिलाने के लिए घंटा घर पर तिरंगा फहराने जा रही थीं.
उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा, आज के दिन झंडा नहीं फहराने देना संवैधानिक हक का हनन है. मैं अपने देश से बहुत प्रेम करती हूं. देश में रहने वाले हर व्यक्ति को उसकी आजादी का हक मिलना चाहिए, चाहे वो सीएए हो या एनआरसी.
गौरतलब है कि घंटा घर पर जहां पर सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन हुआ था, उसी जगह पर सैयद उजमा परवीन कुछ महिलाओं के साथ झंडा फहराने जा रही थीं. लेकिन पुलिस ने उससे पहले ही उन्हें नजरबंद कर दिया.
बता दें कि सैयद उजमा परवीन ने कोरोना संक्रमण में सभी धार्मिक स्थलों पर 16 लीटर का टैंक पीठ पर लादकर सैनिटाइजेशन किया था. उनके इस कार्य की काफी प्रशंसा भी हुई थी.