नई दिल्ली : संयुक्त राष्ट्र में करारी बेइज्जती के बाद भले ही पाकिस्तानी हुक्मरान दुनिया को बता रहे हैं कि आतंक के खिलाफ लड़ने में वो सबसे आगे है, लेकिन इसकी सच्चाई एक बार फिर दुनिया के सामने आ गई है। संयुक्त राष्ट्र में सुषमा स्वराज के संबोधन के अगले ही दिन भारत में बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने आए 4 पाकिस्तानी आतंकियों को सेना ने ढेर कर दिया है।
सेना ने सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेस में बताया कि 24 सितंबर यानि रविवार तड़के एक बड़े हमले की बारामूला जिले में आतंकियों ने तैयारी की थी, जिसपर सेना के जवानों ने अपनी बहादुरी से पानी फेर दिया। भारतीय सेना की उड़ी ब्रिगेड के डिप्टी कमांडर ब्रिगेडियर हरप्रीत ने सोमवार को एक बताया कि हमें कल सुबह चार आतंकियों के भारत में घुसने की खबर मिली थी। सूचना के बाद भारतीय सेना और J&K पुलिस ने साझा ऑपरेशन चलाया। इस दौरान सुबह ही सेना के जवानों ने एक आतंकी को ढेर कर दिया था। वहीं बाकी 3 आतंकियों की तलाश चलती रही। इस दौरान एक घर में छुपे बाकी बचे आतंकियों को भी सेना के जवानों ने घेर लिया, लेकिन इन्होंने घर में कुछ लोगों को बंधक बना रखा था।
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ब्रिगेडियर हरप्रीत के मुताबिक, घर में मौजूद बंधकों को आजाद करवाने के बाद सेना और पुलिस ने साझा ऑपरेशन में इन तीनों को भी मार गिराया। ब्रिगेडियर हरप्रीत के मुताबिक, जिन 4 आतंकियों के भारत में घुसने की खबर थी, उनको मार गिराया गया है। उनके पास से भारी मात्रा में IED, एके-47 समेत गोलियां, कारतूस और ग्रेनेड बरामद हुए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले साल जिस तरह उड़ी हमले के दौरान आतंकी इसी तरह की तैयारी के साथ आए थे। सुसाइड बेल्ट पहनकर घूम रहे इन चार आतंकियों को मार गिराने के बाद भी अभी सेना का सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है। फिलहाल पूरे उड़ी सेक्टर के चप्पे-चप्पे की तलाशी ली जा रही है।
एक सवाल के जवाब में ब्रिगेडियर हरप्रीत ने बताया कि उड़ी हमले की तरह ही आर्मी कैंप पर फिदायिन हमले की पूरी तैयारी थी। कल सुबह अगर हमला नाकाम न हुआ होता तो हालात काफी अलग हो सकते थे। बाद में सेना ने आतंकियों से बरामद हथियार और दवाओं के पैकेट भी दिखाए जो पाकिस्तान में बने हैं। इससे एक बार फिर पाकिस्तान की साजिश दुनिया के सामने नाकाम हो गई है।