हर साल हजारों लोगों को मौत की नींद सुलाने वाली स्वाइन फ्लू बीमारी से जल्द ही निजात मिल सकती है। एच1एन1 वायरस के नए स्ट्रेन का टीका इस साल मार्च तक अस्पतालों में पहुंच जाएगा।
इस देसी टीके को बनाने का जिम्मा तीन कंपनियों को सौंपा गया है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की निगरानी में इस टीके का फास्ट ट्रैक ट्रायल चल रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इस साल जनवरी से लेकर 17 दिसंबर के बीच देश में 38429 मरीज स्वाइन फ्लू से ग्रस्त पाए गए। इनमें से 2232 मरीजों ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
एक अधिकारी ने बताया कि पिछले एक साल से देश में स्वाइन फ्लू का नया मिशिगन स्ट्रेन देखने को मिल रहा है। कई राज्यों में इसकी पुष्टि हुई है। अनुसंधान से जुड़ी सभी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। उम्मीद है कि सरकार बाजार में भी इस टीके को ला सकती है। उन्होंने उम्मीद जताई कि 20 मार्च 2018 तक टीका उपलब्ध हो सकता है।
2015 में पुणे की राष्ट्रीय प्रयोगशाला में नया स्ट्रेन मिशिगन देखने को मिला। एच1एन1 में एंटीजेनिक बदलाव से नया स्ट्रेन सामने आया है। मिशिगन स्ट्रेन आसानी और तेजी से मनुष्य के शरीर में प्रवेश कर मौत का खेल खेल सकता है। यह बाकी स्ट्रेन की तरह सर्द मौसम पर निर्भर नहीं रहता।
नया है मिशिगन वायरस
रोग प्रतिरोधक क्षमता इंसान को कई प्रकार के वायरस के हमले से बचाती है। मिशिगन स्ट्रेन प्रतिरोधक क्षमता के लिए बिल्कुल नया है। यदि यह इंसान के शरीर में प्रवेश करता है तो एंटीबॉडीज विकसित नहीं हो पाएगी। खासकर उन लोगों की, जो गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं।
राज्य मरीज मौत
महाराष्ट्र 6137 775
गुजरात 7703 431
राजस्थान 3307 255
दिल्ली 2835 12
यूपी 3857 132
उत्तराखंड 184 22
हरियाणा 252 09
हिमाचल प्रदेश 76 15
(सभी आंकड़े 17 दिसंबर 2017 तक)