नए कोरोना वायरस को लेकर ब्रिटेन में हाहाकार मचा हुआ है. भारत सहित करीब एक दर्जन देशों ने ब्रिटेन के साथ हवाई सेवाएं स्थगित कर दी हैं. लेकिन अब तक नया कोरोना वायरस कम से कम पांच देशों में फैल चुका है. हालांकि, कई देशों ने आशंका जाहिर की है कि उनके यहां पहले से कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मौजूद हो सकता है.
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन के साथ-साथ डेनमार्क, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया और इटली में नए कोरोना वायरस की पुष्टि हो चुकी है. ब्रिटेन से एक यात्री रोम पहुंचा था, जिसकी वजह से इटली में नया कोरोना वायरस पाया गया है. फ्रांस में भी नए वायरस को लेकर चेतावनी दी गई है.
फ्रांस ने ब्रिटेन के साथ आवाजाही पर रोक लगाते हुए कहा है कि संभवत: उनके यहां भी नया कोरोना वायरस पहुंच चुका है. असल में म्यूटेशन की वजह से तैयार हुए नए कोरोना वायरस को अधिक संक्रामक बताया जा रहा है और ब्रिटेन में मामले बढ़ने के पीछे इसे ही जिम्मेदार समझा जा रहा है.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि नया कोरोना वायरस 70 फीसदी तक अधिक संक्रामक है. नवंबर महीने में ही डेनमार्क में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के 9 मामले मिले थे और एक मामला ऑस्ट्रेलिया में पाया गया था. नीदरलैंड ने कहा है कि इसी महीने उनके यहां कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिला है. बेल्जियम के मामले की आधिकारिक तौर से पुष्टि नहीं हुई है.
अब तक की जानकारी के मुताबिक, ब्रिटेन में लंदन में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन सबसे तेजी से फैल रहा है. लंदन और साउथ इस्ट ऑफ इंग्लैंड के 60 फीसदी मामले नए स्ट्रेन के ही बताए जा रहे हैं. इसकी वजह से ब्रिटेन में कड़ी पाबंदियां लागू कर दी गई हैं.
फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि यह पूरी तरह संभव है कि कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन पहले से फ्रांस में फैल चुका हो, भले ही टेस्ट में इसकी पुष्टि नहीं हो पा रही हो. उत्तरी आयरलैंड के फर्स्ट मिनिस्टर ने भी कहा है कि संभवत: उनके यहां भी नया स्ट्रेन पहुंच चुका है.