दक्षिण अफ्रीका की राजधानी जोहानिसबर्ग में बृहस्पतिवार को सभी पांच राष्ट्र प्रमुखों की औपचारिक मुलाकात के साथ ही 10वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्ण अधिवेशन को संबोधित किया।
चौथी औद्योगिक क्रांति पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि युवाओं का भविष्य तैयार करने के लिए हमें स्कूलों और विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रमों को तकनीक के अनुसार बदलना होगा। हमें यह सुनिश्चित करना है कि प्रौद्योगिकी में बदलाव की गति को हमारे पाठ्यक्रम में जगह मिले। मोदी ने कहा कि नव प्रौद्योगिकी आविष्कारों से बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराने के साथ उत्पादकता भी बढ़ाई जा सकती है।
उन्होंने कहा कि चौथी औद्योगिकी क्रांति पूंजी से भी अधिक महत्वपूर्ण है। नई औद्योगिक तकनीक और डिजिटल इंटरफेस जिस नई दुनिया का निर्माण कर रहे हैं, वह एक अवसर भी है और एक चुनौती भी। इसके साथ ही उन्होंने इस क्षेत्र की बेहतरीन पद्धतियों और नियमों को आपस में साझा करने की भी बात कही।
आपको बता दें कि इस साल सम्मेलन की का विषय ‘चौथी औद्योगिक क्रांति में विकासशील देशों का समावेशी विकास और साझा समृद्धि’ है। पीएम मोदी के अलावा इस सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा भी मौजूद हैं।
यह है चौथी औद्योगिक क्रांति :
18 वीं शताब्दी की प्रारंभिक औद्योगिक क्रांति के बाद चौथी औद्योगिक क्रांति चौथा प्रमुख औद्योगिक युग है। यह उन प्रौद्योगिकियों के संलयन की विशेषता को दर्शा रहा है जो भौतिक, डिजिटल और जैविक क्षेत्रों के बीच की रेखाओं को धुंधला कर रहे हैं।
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