नई दिल्ली, दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मोबाइल टावर के उपकरणों की तस्करी के आरोपित बेंगलुरु निवासी गिरीश डीके व आंध्र प्रदेश के विजय नगर निवासी त्रिलंगी शंकर राव के रूप में हुई है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त शिबेश सिंह ने बताया कि अपराध शाखा की एसटीएफ को सूचना मिली थी कि दिल्ली के विभिन्न इलाकों से भारी मात्रा में मोबाइल टावर से उपकरण चोरी हो रहे हैं। इस संबंध में अब तक 50 एफआइआर दर्ज की जा चुकी हैं। मामले की जांच के लिए एसीपी पंकज सिंह के देखरेख में इंस्पेक्टर विकास राणा ने नेतृत्व में पुलिस टीम ने जांच शुरू की।
जांच के दौरान पुलिस को चोरी व तस्करी करने वाले गिरोह की जानकारी मिली इसके बाद सूचना के आधार पर गिरीश डीके व त्रिलंगी शंकर राव का गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इनके पास से भारी मात्रा में मोबाइल टावर के उपकरण मिले। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि दोनो विशाखापट्नम में चोरी के मोबाइल टावर के उपकरणों की खरीद व बिक्री करने वाली कंपनी भारती टेले वर्किंग प्राइवेट लिमिटेड के लिए काम करते हैं। उनका काम चोरी के उपकरणों को कंपनी तक पहुंचाने का था।
आरोपितों से पूछताछ में बताया कि दिल्ली में आमिर मलिक व दिनेश बाबू नामक व्यक्ति मोबाइल टावर से चोरी किए गए उपकरणों को मुहैया कराते थे। आमिर और दिनेश उपकरणों को पैक करने व फर्जी जीएसटी बिल बनाने का भी काम करते थे।
उधर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सोमवार सुबह जाफरपुर कलां में कुख्यात कपिल सांगवान उर्फ नंदू व ज्योति बाबा गिरोह के बदमाशों के को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। पुलिसकर्मियों की गोलियों तीनों बदमाशों के पैरों में गोली लगी। इनके पास से चार पिस्टल, 10 कारतूस व दो बाइक बरामद की गई।
डीसीपी स्पेशल सेल संजीव कुमार यादव के मुताबिक गिरफ्तार किए गए बदमाशों के नाम विनय (गोपाल नगर, नजफगढ़) , रोबिन बालियान (सोनीपत, हरियाणा), सुमित पुनिया (महेंद्रगढ़, हरियाणा) व दीपू डागर (जाफरपुर कलां) है। पूछताछ में चारों ने बताया कि उनकी योजना मालिकपुर गांव निवासी एक कारोबारी की हत्या करने की थी। रंगदारी देने से इन्कार करने पर इन्हें व्यापारी की हत्या की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
यह गिरोह काफी समय से दिल्ली के व्यापारियों, बिल्डरों व अमीर लोगों को धमकी देकर उनसे रंगदारी मांग रहे थे। पैसे देने से इन्कार करने पर बदमाश उनपर जानलेवा हमला करते हैं। स्पेशल सेल सोमवार सुबह सूचना मिली कि जाफरपुर कलां इलाके में नंदू-ज्योति बाबा गिरोह के बदमाश रंगदारी न देने पर नजफगढ़ के एक कारोबारी की हत्या करने आने वाले हैं। एसीपी संजय डागर, इंस्पेक्टर मन ¨सह व अनुज के नेतृत्व में एसआइ आनंद, प्रवीण, रवि, पुनीत, राजेश व प्रदीप की टीम ने जाफरपुर कलां में उजवा गांव से खरखड़ी गांव जाने वाली सड़क पर वाहनों की जांच शुरू कर दी।
उसी दौरान दो बाइक पर चार युवकों को संदिग्ध हालत में आते देख पुलिसकर्मियों ने जब उन्हें रुकने का इशारा किया तब रफ्तार तेज कर वे वहां से भागने की कोशिश करने लगे। पुलिसकर्मियों ने जब उनका पीछा किया तो बदमाशों ने गोली चला दीें, जवाबी कार्रवाई में विनय, रोबिन बालियान और सुमित पुनिया के पैरों में गोली लगने से वे जख्मी हो गए।
पूछताछ में विनय ने बताया कि वे मालिकपुर, नजफगढ़ में रहने वाले एक व्यापारी की हत्या करने आए थे। विनय ने ही साथी बदमाशों को हथियार मुहैया कराए थे। रोबिन बालियान को व्यापारी की हत्या की जिम्मेदारी सौंपी थी। विनय के खिलाफ 40 आपराधिक मामले दर्ज हैं।