प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 दिसंबर को भारत इंटरफेस फॉर मनी (BHIM) ऐप लॉन्च किया तो लोगों ने इसे हाथों हाथ ले लिया।
आंकड़े बताते हैं कि अब तक 30 लाख लोग यह ऐप डाउनलोड कर चुके हैं। इतना ही नहीं, भीम ऐप माइ जियो और वॉट्सऐप जैसे फ्री ऐंड्रॉयड ऐप्स को पछाड़ते हुए गूगल प्ले स्टोर में नंबर वन लेवल पर पहुंच गया। लेकिन, इस ऐप के साथ कई तरह समस्याएं भी आ रही हैं। लोग इनकी शिकायतें भी कर रहे हैं।
कैसी-कैसी शिकायतें?
1. ऐप इंस्टॉल नहीं हो रहा
2. इंस्टॉलेशन के बाद पैसे भेज या प्राप्त नहीं कर पा रहे
3. पैसे भेजने या प्राप्त करने की पुष्टि नहीं हो रही
4. भेजने वाले के अकाउंट से पैसे कट तो गए, लेकिन जिसे भेजा उसे मिल नहीं पाए
NPCI ने क्या कहा?
नैशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के एमडी और सीईओ ए पी होता ने कहा कि उन्हें इन शिकायतों की जानकारी है और इन्हें दूर करने की दिशा में कदम आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये समस्या पैदा करने वाले बग्स से निपटने के लिए जल्द ही भीम ऐप का नया वर्जन सामने आएगा। होता ने कहा, ‘हमें अब तक कई सुझाव मिले हैं और हम जल्द ही नया वर्जन लॉन्च करेंगे।’ गौरतलब है कि एनपीसीआई ने ही भीम ऐप डिवेलप किया है।
क्यों पड़ी भीम की जरूरत?
यह पूछे जाने पर कि कुछ बैंकों के अपने यूपीआई आधारित ऐप्स हैं, ऐसे में भीम ऐप लाने की क्या जरूरत पड़ी, होता ने कहा- ‘इसका मकसद यूपीआई का मिलाजुला अनुभव प्रदान करना है। साथ ही, भीम ऐप से उन बैंकों को भी मदद मिलेगी जिन्होंने अब तक अपना यूपीआई ऐप डिवेलप नहीं किया है।’ उन्होंने कहा कि यह वैसे ग्राहकों के लिए काफी उपयोगी है जो अलग-अलग बैंकों में खुले अपने अकाउंट्स के लिए अलग-अलग ऐप इस्तेमाल नहीं करना चाहते।
बढ़ रहा ट्रांजैक्शन
होता ने बताया कि भीम ऐप से ट्रांजैक्शन का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘2 जनवरी को 3.7 करोड़ रुपये के 45,000 ट्रांजैक्शन हुए।’