फ्लैट में शराब पार्टी करना चार युवकों को महंगा पड़ गया। पुलिस को खबर मिल गयी। फौरन छापेमारी कर चारों को एसके पुरी थाना इलाके के पश्चिमी आनंदपुरी स्थित राघिनी अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 303 से गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गये आरोपितों में अमित कुमार (तिलकामांझी, भागलपुर), रिषभ कुमार (हाजीपुर, वैशाली), ललित कुमार (भगवानपुर, वैशाली) और बबलू कुमार (हाजीपुर, वैशाली) शामिल हैं।
थानेदार सतीश सिंह के मुताबिक मौके से पुलिस ने शराब की दो बोतलें भी बरामद की हैं। बकौल थानेदार मंगलवार की देर रात ढाई बजे पुलिस को खबर मिली कि अपार्टमेंट में शराब पीकर कुछ लड़के शोर-शराबा कर रहे हैं। इस सूचना के बाद पुलिस ने फौरन छापेमारी कर सभी को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार युवकों में एक अमित ग्रेजुएशन में पढ़ाई करता है, जबकि फ्लैट एक निजी कंपनी में काम करने वाले रिषभ ने किराये पर ले रखा था।
सीआईएसएफ का पूर्व दारोगा शराब के नशे में गिरफ्तार
पटना। सीआईएसएफ के दारोगा को जक्कनपुर थाने की पुलिस ने शराब के नशे में गिरफ्तार किया है। पकड़े गये आरोपित का नाम अजीत सिंह है। वह गौरीचक का रहने वाला है। बीते मंगलवार की रात सिपारा पुल पर वह शराब के नशे में हंगामा कर रहा था। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची जक्कनपुर थाने की पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। ब्रेथ एनालाइजर से जांच करने पर उसकी रिपोर्ट पॉजीटिव आयी। अजीत पूर्व में सीआईएसएफ में दारोगा था। बाद में उसने नौकरी छोड़ दी। फिलहाल वह निजी कंपनी में काम करता है। वहीं गौरैयामठ इलाके से पुलिस ने रवि कुमार और भूषण यादव को शराब के नशे में गिरफ्तार किया है।
शराब तस्करी में पिता गिरफ्तार, पुत्र हुआ फरार
बक्सर के डुमरांव के थाना क्षेत्र के कसियां गांव के समीप से बुधवार को पुलिस ने देसी शराब के साथ तस्कर पिता को गिरफ्तार कर लिया। जबकि उसका पुत्र भाग निकलने में सफल रहा। गिरफ्तारी के बाद एएलटीएफ की टीम ने तस्कर के घर में छापेमारी की। लेकिन कोई आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ। डुमरांव पुलिस को सूचना मिली कि देसी शराब की बिक्री कर पिता-पुत्र बाइक से वापस अपने गांव लौट रहे हैं।
सूचना मिलते ही एएलटीएफ के राजू ठाकुर के साथ पुलिस ने मठिला कसियां पथ पर जा़च शुरु किया। इसबीच मठिला की ओर से बाइक सवार पिता-पुत्र कसियां की ओर आ रहे थे। पुलिस को देखते ही दोनों बाइक छोडकर भागने लगे। इसबीच पुलिस ने खदेडकर कसियां गांव निवासी तस्कर मनोज सिंह कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया। जबकि उसका पुत्र पंकज सिंह कुशवाहा भाग निकलने में सफल रहा।