बिहार विधानसभा घेराव के दौरान झड़प और निषेधाज्ञा उल्लंघन को लेकर जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर, मनीष कश्यप, प्रवक्ता विवेक, अध्यक्ष मनोज भारती समेत 2000 लोगों पर एफआईआर दर्ज हुई है। पुलिस लाठीचार्ज में एक कार्यकर्ता घायल हुआ। प्रशांत किशोर ने सरकार को चेताया कि जवाब नहीं मिला तो पूरे बिहार में आंदोलन तेज किया जाएगा।
जन सुराज पार्टी द्वारा बिहार विधानसभा के घेराव को लेकर पार्टी संस्थापक प्रशांत किशोर, मनीष कश्यप, प्रवक्ता विवेक, प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती समेत 2,000 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने यह कार्रवाई विधानसभा के बाहर प्रदर्शन के दौरान हुई झड़प और निषेधाज्ञा उल्लंघन के मामलों को लेकर की है। पुलिस के साथ हाथापाई और निषेधाज्ञा के उल्लंघन के मामलों में धारा 191(2), 190, 132, 223 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
23 जुलाई को हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें एक युवा कार्यकर्ता के सिर में गंभीर चोट आई। इस घटना के बाद प्रशांत किशोर ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर जवाब नहीं मिला, तो पूरे बिहार में सरकार का कामकाज बाधित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर सुराज के एक निहत्थे कार्यकर्ता को आपने लाठी मारी है, तो मैं यहां बैठा हूं, आकर मुझे मारिए। ये प्रतिबंधित क्षेत्र है, तो हमें रोक कर दिखाइए। हम यहां से तभी हटेंगे जब मुख्य सचिव हमारी मांगों का लिखित जवाब देंगे।
यह टकराव तब हुआ जब जन सुराज समूह ने बिहार विधानसभा की ओर मार्च करने की कोशिश की। पुलिस बैरिकेड्स लगाकर उन्हें रोक दिया गया, जिसके कारण थोड़ी देर के लिए हाथापाई हुई और प्रदर्शन स्थल पर तनाव बढ़ गया।
बच्चों की दुर्दशा पर जताई चिंता
इससे पहले किशोर ने मज़दूरी कर रहे लाखों बच्चों की दुर्दशा पर भी चर्चा की। कहा कि बिहार में गर्मी और कठिन हालात में 50 लाख से अधिक बच्चे बाल श्रमिक के रूप में काम कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी चिंता नहीं कर रही। अगर हमें सरकार को जगाना है, तो सड़कों पर उतरना ही पड़ेगा। पुलिस जो चाहे करे, हम तो आगे बढ़ेंगे।
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