पटना, भाजपा और जदयू में तकरार हो तो राजद इसका फायदा उठाने में एक भी मौका नहीं छोड़ती। हाल ही में भाजपा के विधान पार्षद टुन्ना जी पांडे की सीएम नीतीश पर की गई टिप्पणी पर बिहार की सियासत में खासा घमासान मचा। अंत में भाजपा ने टुन्ना जी को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। हालांकि इसके बाद भी यह एपिसोड खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। अब राजद ने भाजपा पर सत्ता लोभ में अपने विधान पार्षद की बलि चढ़ाने का आरोप लगाया है। राजद के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि टुन्नाजी पांडेय ने वाजिब सवाल उठाया था, लेकिन जदयू की ओर से अंगुली काटने की धमकी मिली तो भाजपा डर गई। सत्ता के लिए नतमस्तक हो गई।
…तो पार्टी प्रदेश अध्यक्ष को भी निलंबित कर देती
राजद प्रवक्ता ने कहा कि अपने आप को विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बताने वाली भाजपा एक राज्य के तीन नंबर की पार्टी के सामने घुटने टेकने के लिए मजबूर हो गई। जदयू की धमकी से ऐसे डर गई कि अपने विधान पार्षद को कारण बताओ नोटिस का जवाब आने के पहले ही निलंबित कर दिया। हाथ काटने की धमकी मिलेगी, तो भाजपा अपने प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल को भी निलंबित कर सकती है, क्योंकि संजय जायसवाल ने भी सरकार के कई फैसलों पर आपत्ति जताई है। राजद प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा में विधायकों की भी नहीं सुनी जा रही है। राजग में चूहे-बिल्ली का खेल चालू है। डबल इंजन की सरकार महामारी, बेरोजगारी, भुखमरी और महंगाई से क्या लड़ेगी। आपस में ही लडऩे से फुर्सत नहीं है।
यह हुआ था
बता दें कि टुन्ना जी पांडेय ने राजद के पूर्व बाहुबली सांसद को कोट करते हुए कह था कि शहाबुद्दीन ने ठीक ही कहा था कि नीतीश कुमार परिस्थितियों के मुख्यमंत्री हैं। बिहार विधान सभा चुनाव 2020 में तीसरे नंबर की पार्टी होकर भी नीतीश मुख्यमंत्री हैं। इसपर जदयू भी कहां चुप रहनेवाला था। जदयू प्रवक्ता ने कह दिया कि मुख्यमंत्री के खिलाफ बोलनेवालों की अंगुली काट लेंगे। इस एपिसोड पर लंबा विवाद चला । हाल ही में जदयू में विलय के बाद शामिल उपेंद्र कुशवाहा ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल से ट्वीट कर पूछ डाला क्या टुन्ना जी ने यह टिप्पणी भाजपा के किसी नेता के खिलाफ की होती तब भी पार्टी चुप रहती? इसके बाद भाजपा ने टुन्ना जी को कारण बताओ नोटिस थमा दिया। मगर टुन्ना पांडे पर इसका कोई असर नहीं हुआ। उल्टा नोटिस मिलने के बाद उन्होंने फिर टिप्पणी की सच मेरे मुंह से निकल गया, अब डरता हूं कि नीतीश मेरा भी हाल शहाबुद्दीन की ही तरह ना कर दें। इसके बाद वे शहाबुद्दीन के घर उनके बेटे से मुलाकात करने पहुंच गए। इसके बाद भाजपा ने उन्हें पार्टी से निलंबति कर दिया।