बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन में खींचतान के कयास लगाए जाते रहे हैं. इन सबके बीच राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के महागठबंधन में मतभेद खुलकर सामने आ गया है.
हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री उम्मीदवार मानने से इनकार किया है.
मांझी ने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर उन्हें तेजस्वी यादव की मुख्यमंत्री उम्मीदवारी से कोई परहेज तो नहीं है, मगर जहां तक महागठबंधन की बात है मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला सभी घटक दलों के नेता मिल बैठकर लेंगे.
हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि फिलहाल आरजेडी ने तेजस्वी को महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है. महागठबंधन में इसे लेकर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है.
हम अध्यक्ष ने बिहार विधानसभा के आगामी चुनाव में 85 सीटों पर अपना दावा भी कर दिया. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को पटना में पार्टी नेताओं की हुई अहम बैठक में यह फैसला लिया गया कि 85 सीटों पर, जहां पार्टी की स्थिति काफी मजबूत है वहां हम के उम्मीदवारों को चुनाव लड़ाने का दावा किया जाएगा.
पूर्व मुख्यमंत्री मांझी ने कहा कि इन 85 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयारियां लगभग 90 फीसदी पूरी हो चुकी हैं. उन्होंने कहा कि इसके लिए फरवरी से मेरी जिला स्तरीय सभाओं का आयोजन होगा.
बता दें आरजेडी ने दो साल पहले ही तेजस्वी यादव को 2020 के विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया था. हालांकि इस पर महागठबंधन में शामिल अन्य दलों ने अब तक हामी नहीं भरी है.