बिहार में अब साइलेंसर बदलकर गाड़ी चलाने वालों की खैर नहीं है। परिवहन विभाग की ओर से शनिवार को सड़कों पर तेज आवाज वाले साइलेंसर के साथ बाइक चलाने वालों के खिलाफ राज्यव्यापी अभियान चलाया गया। मूल साइलेंसर को बदलकर गाड़ी चलाने वालों पर जुर्माना किया गया और ऑनस्पॉट कुछ के साइलेंसर भी बदले गये। कुछ वाहन जब्त भी किए गए।
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि कई लोग वाहनों में मोडिफाइड साइलेंसर लगवाते हैं। देखा गया है कई बाइकर्स अपनी बाइकों में तरह-तरह के मॉडिफिकेशन करवा लेते हैं, जिनसे लोगों को असुविधा होती है। ऐसे वाहनों से न सिर्फ ध्वनि प्रदूषण फैलता है, बल्कि साइलेंसर की तेज आवाज से लोग चिड़चिड़ापन और असहज महसूस करते हैं। तेज आवाज करने वाले मोडिफाइड साइलेंसर लगाने वालों के खिलाफ सख्ती बरती जाएगी। ऐसा करने वालों के खिलाफ जुर्माना लगाया जाएगा एवं संबंधित कंपनी को भी नोटिस जारी किया जाएगा।
बाइकर्स गैंग दोपहिया वाहनों में मोडिफाइड साइलेंसर लगा कर कई बार डर का भी माहौल बनाते हैं। खासकर महिला कॉलेजों के आसपास सक्रिय रहते हैं। ऐसे बाइकर्स गैंग को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई की जाएगी। ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि इनफील्ड कंपनी द्वारा बुलेट में मोडिफाइड साइलेंसर लगाए जाते हैं। इसके लिए संबंधित कंपनी को भी नोटिस दिया जाएगा।
शनिवार को चले अभियान के दौरान कुल 325 वाहनों की जांच की गई, जिसमें विभिन्न नियमों का उल्लंघन करने वाले लगभग 167 वाहन चालकों से जुर्माना वसूला गया। 19 वाहनों को जब्त किया गया। वहीं मालवाहक वाहनों में निर्धारित मानक के बाहर छड़, बांस, पाइप एवं अन्य सामग्री ढोने वाले वाहनों के विरुद्ध भी कार्रवाई की गई। निर्धारित मानक व वाहन से बाहर कोई भी वस्तु निकाल कर परिचालन किया जाना अवैध एवं गैर कानूनी है। यह दुर्घटना का भी सबसे बड़ा कारण है।