बिहार विधानसभा उपचुनाव में वोटिंग का समय महज 24 घंटे बचे है। इससे पहले गया जिले के इमामगंज विधानसभा क्षेत्र के 15 बूथ बदले जाने के कारण राजद प्रत्याशी रौशन मांझी समेत सभी नेता हैरान हैं। अचानक बूथ बदले जाने के कारण राजद नेताओं की प्रतिक्रिया भी सामने आना शुरू हो गया है। भारत निर्वाचन आयोग ने नौ नवंबर को इमामगंज विधानसभा क्षेत्र के 15 मतदान केंद्रों को बदलने का सूचना जारी किया है। मतदान केंद्रों के बदलने पर राजद सांसद ने कई सवाल उठाया है।
15 मतदान केंद्रों को बदला गया है
भारत निर्वाचन आयोग ने पत्र में बताया है कि 227 इमामगंज विधानसभा क्षेत्र के 15 नक्सल प्रभावित मतदान केंद्रों के स्थल परिवर्तन के प्रस्ताव पर स्वीकृति दी गई है। उक्त मतदान केंद्रों पर 13 नवंबर की सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा। इमामगंज विधानसभा औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र में आता है। वहीं इस संबंध में औरंगाबाद के राजद सांसद अभय कुशवाहा ने मंगलवार को बताया कि एनडीए प्रत्याशी के परिजन केंद्रीय मंत्री है। कहते हैं कि शांति बहाल किया है। जब यहां बूथ था तो वहां मतदान कराते। 15 मतदान केंद्रों को बदला गया है।
निर्वाचन आयोग से करेंगे शिकायत
राजद सांसद अभय कुशवाहा ने कहा कि जहां-जहां महागठबंधन के पक्ष में मतदाता है। वैसे बूथों को चिन्हित कर परेशान करने के लिए मतदान केंद्रों को बदला गया है। जनता ने राजद के पक्ष में मतदान करने का मन बनाया है। मतदान केंद्रों को बदले जाने पर चुनाव आयोग से इसकी शिकायत करेंगे। साथ ही जिला प्रशासन को भी लिखित शिकायत किया गया है। बदले गए मतदान केंद्रों पर मतदान करने के लिए 7 से 15 किलोमीटर दूर हो जा रहा है।मतदान केंद्रों को बदलने से पहले इसकी व्यवस्था करनी चाहिए थी।आखिर मतदाता कैसे वोट देने जाएंगे। सिर्फ मतदान केंद्रों को बदलने से नहीं होता है, वैसी व्यवस्था भी करनी पड़ती है।
इन तीनों के बीच इमामगंज में महामुकाबला
मालूम हो कि इमामगंज विधानसभा सीट से जीतन राम मांझी विधायक थे। गया लोकसभा से सांसद बन जाने के बाद इमामगंज विधानसभा सीट खाली हो गई थी। जिसके कारण उपचुनाव कराया जा रहा है। उपचुनाव में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की बहु दीपा मांझी एनडीए के हम से प्रत्याशी है। वहीं राजद से रौशन मांझी प्रत्याशी है। तीसरा विकल्प बनाने में जन सुराज के प्रत्याशी जितेन्द्र पासवान भी चुनावी मैदान में हैं। इस क्षेत्र से दिग्गजों की दांव लगी है। इमामगंज विधानसभा क्षेत्र नक्सल प्रभावित इलाकों से चिन्हित है।