एक्टर, म्यूजिक कपोजर, सिंगर और डिजाइनर रघुबीर यादव की फिल्म ‘न्यूटन’ को हाल ही में ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया गया है। जबलपुर में 1957 को जन्मे रघुबीर ने अपने करियर की शुरुआती 1985 में ‘मैसी साहब’ से की थी। इस फिल्म के लिए रघुबीर को कोई नेशनल नहीं बल्कि दो इंटरनेशनल अवॉर्ड दिया गया था।
एसएस राजामौली की फिल्म ‘बाहुबली’ जो काम ना कर पाई वो न्यूटन ने कर दिखाया। रघुबीर यादव, बाहुबली पर भारी पड़ते नजर आ रहे हैं।
एसएस राजामौली की फिल्म ‘बाहुबली’ जो काम ना कर पाई वो न्यूटन ने कर दिखाया। रघुबीर यादव, बाहुबली पर भारी पड़ते नजर आ रहे हैं।
कहा जाता है कि रघुबीर जिस फिल्म में रहते हैं उसका ऑस्कर में सिलेक्ट होना तय है। ये रघुबीर की आठवीं फिल्म है जिसे ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया गया है। इससे पहले रघुबीर की फिल्म ‘लगान’ ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई थी। ये फिल्म साल 2002 में आई थी।
इसके बाद रघुबीर की फिल्म ‘पीपली लाइव’ को साल 2011 में ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया गया था। इसके अलावा साल 2007 में आई दीपा मेहता की फिल्म ‘वॉटर’ ऑस्कर में नॉमिनेट हुई थी। ये फिल्म विधवा महिलाओं की जिंदगी पर आधारित थी। इसके बाद 1995 में आई फिल्म ‘बैंडिट क्वीन’ को बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज फिल्म का 67वां अकेडमी अवॉर्ड मिला था। ये फिल्म डकैत ‘फूलन देवी’ की जिंदगी पर बनी थी।
इससे बाद 1999 में आई दीपा मेहता की फिल्म 1947 Earth भी अकेडमी अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट हुई थी। इसके अलावा 1994 में आई फिल्म ‘रुदाली’ को भी ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया गया था। मीरा नायर की फिल्म ‘सलाम बॉम्बे’ भी 1989 में ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई थी। इस फिल्म में रघुबीर यादव ने एक ड्रग एडिक्ट का किरदार निभाया था।