यहां मामला न रेप से जुड़ा था और न ही जबरदस्ती का यहां तो मामला कुछ और ही था। बता दें कि हाल ही में गुड़गांव के एक अस्पताल में जांच के लिए आई एक गर्भवती महिला आई थी जो करीब ने चेकअप के लिए दो घंटे से अधिक समय तक इंतजार भी करती रही लेकिन अंत में जब वो शौचालय गई तो उसका छह माह का भ्रूण गर्भ से निकल कर गिर गया।
जी हां भले ही ये सुनकर आपको हैरानी हो रही होगी लेकिन ये सच है। दरअसल अस्पताल के एक अधिकारी तथा महिला के पति गोविंद ने इस बारे में बताया कि वो और उसकी पत्नी सुनीता कल गुड़गांव के सरकारी अस्पताल गई थी। जहां भीड़ होने के कारण जांच के लिए उसे करीब दो घंटे से ज्यादा समय तक इंतजार करना पड़ा। उन्होंने बताया कि इससे उसके पेट में दर्द शुरु हो गया और जब वह शौचालय गई तो वहां उसका छह माह का भ्रूण गर्भ से निकल कर गिर गया।
आपको बता दें कि अस्पताल को इसकी जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रदीप शर्मा ने दी जिससे इस घटना की पुष्टि हो गई है। जानकारी के लिए बता दें कि कर्मचारी ने कहा कि, जब हमें घटना के बारे में पता चला तो हमने महिला की तलाश की और उसे गायनाकॉलोजी वार्ड में भर्ती किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह यकीन करना मुश्किल है कि महिला का भ्रूण शौचालय में गिर गया और उसे पता चक नहीं चला।’’ वैसे जो भी हो ये महिला के साथ जो घटना घटी वो बेहद ही चौंका देने वाली थी तभी तो अस्पताल के डॉक्टर से लेकर कर्मचारी तक इससे हैरान हो गए।बता दें कि इस जानकारी से पूरे अस्पताल में सनसनी मच गई थी। अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने घटना की पुष्टि की है।
पति ने बताया कि अचानक से उसने पेट दर्द की शिकायत की तो मैने और मेरी मां ने उसे शौचालय जाने के लिए कहा। वह शौचालय गई वहां अंधेरा था, उसे रक्तस्राव हुआ और वह बाहर आ गई। वहीं उस रक्तस्राव से सुनीता इतनी डर गई थी कि उसे पता भी नहीं चला कि उसका भ्रूण शौचालय में ही गर्भ से निकल कर गिर गया है। जिसके बाद अस्पताल के ही किसी कर्मचारी ने शौचालय में भ्रूण देख कर अस्पताल प्रशासन को इसकी सूचना दी।