जिले में बढ़ रहे खनन माफियाओं पर नकेल कसने के लिए प्रशासन लगातार सख्ती बरत रहा है। इसी तर्ज पर जिलाधिकारी के निर्देश पर खनिज विभाग व पुलिस की संयुक्त टीम ने मंगलवार को देर शाम नरैनी क्षेत्र के कई गांवों में छापेमारी की। इस दौरान अवैध ढंग से भंडारित की गई 3970 घन मीटर मौरंग सीज कर दी गई। खनिज अधिकारी की तहरीर पर कोतवाली में नौ लोगों के खिलाफ नरैनी में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
नरैनी व गिरवां क्षेत्र के कई गांवों में इस समय अवैध ढंग से मौरंग डंप कर लाखों की कमाई की जा रही है। बालू मफिया इसे मनमाने दामों पर बेंचकर मालामाल हो रहे हैं। सप्ताह भर पहले खनिज निदेशक डॉ.रोशन जैकब ने खुद यहां छापेमारी की थी।
चार जगहों पर 1220 घन मीटर बालू डंप मिली
जिलाधिकारी व खनिज अधिकारी को मौरंग के अवैध कारोबार पर सख्ती से अंकुश लगाने के निर्देश दिए गए थे। तब से जिला प्रशासन व खनिज विभाग की ओर से ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। डीएम के निर्देश पर मंगलवार को देर शाम खनिज अधिकारी सुभाष सिंह और नरैनी कोतवाली प्रभारी राकेश कुमार सरोज ने लेखपाल के साथ संयुक्त रूप से नरैनी क्षेत्र में छापेमारी की। रंजीतपुर गांव में उद्यान विभाग की जमीन में उन्हें चार जगहों पर 1220 घन मीटर बालू अवैध रूप से डंप मिली। इसे सीज कर प्रधान की सिपुर्दगी में किया गया है। ग्राम नसेनी में आबिद की ओर से पांच जगहों पर 950 घन मीटर मौरंग तथा इसी गांव में अन्य सात स्थानों पर 1800 घन मीटर मौरंग अवैध ढंग से भंडारित की गई थी। क्षेत्र में खनिज व पुलिस की अचानक छापेमारी से बालू कारोबारियों में अफरा-तफरी मच गई। जब्त बालू को सीज कर खनिज अधिकारी ने ग्रामीणों के सिपुर्दगी में किया है। उन्होंने नरैनी कोतवाली में अवैध खनन कर मौरंग डंप किए जाने पर आबिद, अब्दुल रब, सफीक, तबारक, फारूक, अफसर, मुराब, राजा व साबिर के खिलाफ लोक संपत्ति क्षति निवारण व खनिज अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई है।