नवाबगंज की दीनदयाल नगर कॉलोनी में रहने वाले पीडब्लूडी कांट्रेक्टर के इकलौते बेटे ने बहन से कहा कि अब तुम ही मम्मी पापा की बेटी और बेटा हो और फिर कमरे जाकर फांसी लगा ली। बेटे की मौत की जानकारी होते ही परिवार वालों में कोहराम मच गया। घर के बाहर मजमा लग गया और पड़ोसी वजह जानने का प्रयास करते रहे। पुलिस की छानबीन में खुदकशी का कारण सामने आया लेकिन अभी पूरी जानकारी नहीं हो सकी है।
शव फांसी से लटका देख चीख पड़ी बहन
नवाबगंज के दीनदयाल नगर कॉलोनी में लोक निर्माण विभाग के कॉन्ट्रैक्टर नीलेंद्र सिंह, पत्नी नीलिमा, बेटी अंजली और इकलौते 25 वर्षीय बेटे सूर्याशीष के साथ रहते हैं। नीलेन्द्र ने बताया कि बेटा एलएलबी की पढ़ाई कर रहा था और बेटी एमसीए की छात्रा है। शनिवार रात सूर्याशीष ने बहन से कहा अब तुम ही मम्मी पापा की बेटी और बेटा हो। यह कहकर वह अपने कमरे में चला गया और दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। कुछ देर बाद अंजली ने कमरे का दरवाजा खटखटाया तो कोई आवाज नहीं आई। इसपर उसने खिड़की से झांक कर देखा तो बेटी चीख पड़ी। कमरे के अंदर बेटे का शव फांसी के फंदे से लटका देखकर पांव तले जमीन खिसक गई। किसी तरह कुंडी तोड़कर कमरे के अंदर दाखिल हुए। उसे फंदे से उतारने के बाद डॉक्टर को बुलाया लेकिन तबतक उसकी मौत हो चुकी थी।
सामने आई ये वजह
पुलिस की जांच में सामने आया है कि दो दिन से सूर्याशीष की बाइक घर के बाहर खड़ी थी। शनिवार की रात ग्यारह बजे नीलेंद्र ने बेटे से बाइक अंदर खड़ी करने के लिए कहा था। इसपर सूर्याशीष अचानक नाराज हो उठा और उनसे बहस शुरू कर दी। काफी देर नोकझोक के बाद नीलेंद्र ने उसे डांट दिया था। इसके बाद सूर्याशीष खुदकशी करने की धमकी देते हुए चला गया था। नवाबगंज थाना प्रभारी दिलीप कुमार बिंद ने बताया कि मौके पर सुसाइड नोट नहीं मिला है। युवक के मोबाइल की कॉल डिटेल की जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया परिवार से झगड़ कर आत्महत्या करने की बात सामने आई है।