बरेली, पीलीभीत जिले में शारदा पार बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए सेना का आपरेशन रेस्क्यू शुरू हो गया है। दो बार में अब तक 26 ग्रामीणों को एयरलिफ्ट करके सुरक्षित निकाला जा चुका है। एसपी ने रमनगरा चौकी पर ही कैंप किए हुए हैं।
शारदा पार गुन्हान, गोरखडिब्बी व धुरिया पलिया में करीब पांच सौ ग्रामीण बाढ़ में फंसे हुए हैं। मंगलवार को पीएएसपी की फ्लड यूनिट के जवानों ने इन ग्रामीणों को नाव के माध्यम से सुरक्षित निकालने के प्रयास किए लेकिन शारदा की विकराल लहरों के कारण आपरेशन टाल दिया गया। रात में पूरनपुर में हाईवे पर किसानों ने यह कहते हुए जाम लगा दिया था कि रमनगरा क्षेत्र के जो लोग शारदा पार बाढ़ में फंसे हैं, उन्हें एयरलिफ्ट करके सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाए।
इसी मांग को लेकर कुछ किसानों ने माधोटांडा थाने का घेराव कर लिया था। बाद में मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने एयरलिफ्ट कराने का आश्वासन दिया। रात में ही डीएम पुलकित खरे ने उच्चाधिकारियों से संपर्क करके बरेली से सेना का हेलीकाप्टर सैनिकों के साथ मंगवाया। बुधवार को सुबह आठ बजे सेना के जवानों ने हेलीकाप्टर से रेस्क्यू आपरेशन शुरू कर दिया।
पहली बार में करीब दर्जन भर ग्रामीणों को हेलीकाप्टर से सुरक्षित लाया गया। इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल रहे। इसके बाद दूसरी बार कुछ अन्य लोगों को सुरक्षित लाया गया। जो लोग लाए गए हैं, उन्हें नगरिया खुर्द कला ग्राम पंचायत के पौन एकड़ स्थल पर बने पंचायतघर में पहुंचाया गया है। वहां उनके भोजन की व्यवस्था कराई जा रही है। ये सभी लोग शारदा पार भूखे-प्यासे फंसे हुए थे।
सेना के जवानों का कहना है कि शारदा पार के गांवों में लगभग पांच सौ ग्रामीण फंसे हुए हैं। सभी को सुरक्षित ढंग से लाने में समय लोगा। उधर, पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी पूरी रात माधोटांडा थाने की रमनगरा चौकी पर मौजूद जिलाधिकारी पुलकित खरे अपर आयुक्त प्रशासन अरुण कुमार भी काफी देर तक वहां मौजूद रहे।
जिलाधिकारी पुलकित खरे का कहना है कि सभी ग्रामीणों को सुरक्षित लाए जाने तक रेस्क्यू जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजन के पैकेट तथा अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।