बरेली में एचआईवी पेशेंट की संख्या पिछले चार महीनों से बड़ी तेजी के साथ बढ़ी, जिसको लेकर स्वास्थ्य महकमे में हड़कम्प मचा हुआ है. क्योंकि एचआईवी के जितने भी नए पेशेंट मिले हैं, उनमें ज्यादातर कमाने के लिए परदेस गए थे, जो कमाई में एचआईवी लेकर आए और अपनी पत्िनयों को भी गिफ्ट कर दिया, जो असुरक्षित यौन संबंध या फिर गलत ब्लड चढ़ाने के दौरान जानलेवा बीमारी की चपेट में आ गए.
तो सालभर में नए पेशेंट हो जाएंगे 800
डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एचआईवी पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर अब करीब 25 सौ तक पहुंच गई है. इनमें से अधिकांश एचआईवी पॉजिटिव मरीज अपना समय से जांच और इलाज कराने के साथ सावधानी भी बरत रहे हैं. इसके बाद भी मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. आंकडों पर गौर करें तो वर्ष 2016 में 332 नए मरीज मिले थे और वर्ष 2017 में 385 नए मरीज मिले. यानि दो साल में जिले में 53 एचआईवी पॉजिटिव मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई. लेकिन वर्ष 2018 में एचआईवी पॉजिटिव की संख्या में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की गई. अपै्रल से जुलाई तक महज चार माह में ही 197 नए एचआईवी पॉजिटिव मरीज मिले हैं. यदि यही रफ्तार रही तो करीब 800 एचआईवी के नए मरीज 2018 में हाे जाएंगे.
20-45 एज ग्रुप के सबसे अधिक
आंकड़ों की मानें तो एचआईवी पॉजिटिव में सबसे अधिक 20-45 वर्ष तक सबसे अधिक हैं. यानि कहा जाए तो युवा सबसे अधिक एचआईवी पॉजिटिव का शिकार हो रहे हैं. इसमें भी महिलाओं की संख्या कम और पुरुषों की सबसे अधिक है. हालांकि महिलाएं भी पॉजिटिव है लेकिन पुरुषों की अपेक्षा उनकी संख्या में कमी दर्ज की गई है.
मरीजों संख्या बढ़ी है और वह समय से जांच और इलाज भी करा रहे हैं. उन्हें सावधानी बरतने के लिए भी अवेयर किया जाता है. एचआईवी पॉजिटिव मरीजों में सबसे अधिक 20-45 एज ग्रुप हैं.