गोरखपुर : प्रादेशिक विकास सेवा संगठन के आह्वान पर गुरुवार को गोरखपुर-बस्ती मंडल के विकास भवन में ग्राम विकास से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी धरने पर बैठ गए।
धरने को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि आजमगढ़ जिले में एडीएम लवकुश त्रिपाठी द्वारा खंड विकास अधिकारी संतोष नारायण गुप्ता को थप्पड़ मारा गया और गला दबाने की कोशिश की गई। इस घटना से प्रदेश के समस्त कर्मचारी आहत हैं। कर्मचारियों का कहना है कि घटना उस समय हुई जब खंड विकास अधिकारी मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की तैयारी कर रहे थे। घटना से नाराज अधिकारी और कर्मचारियों की माग है कि एडीएम को तत्काल निलंबित किया जाए। वक्ताओं का कहना है कि यह घटना लोकतंत्र में ठीक नहीं है। किसी को थप्पड़ मारने का अधिकार नहीं है। अधिकारियों द्वारा अपने अधीनस्थों के प्रति इस तरह का बर्ताव अशोभनीय है। उन्होंने कहा कि यदि मांगों पर कार्यवाही नहीं की गई तो मजबूर होकर प्रदेश व्यापी आंदोलन करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अधिकारी की अपनी जवाबदेही है और कर्मचारियों की अपनी जिम्मेदारी है। कर्मचारी यदि काम न करे तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाए। यदि काम भी करे और ऊपर से उसे थप्पड़ मारा जाए तो यह बर्दाश्त से बाहर है। कर्मचारियों ने एकजुटता का परिचय देते हुए कहा कि यदि उनकी मांगें स्वीकार नहीं की जाती तो प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर बेमियादी धरना भी दिया जाएगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी तब सरकार की होगी। ठीक इसी तरह का कार्यक्रम सिद्धार्थनगर, संतकबीर नगर, महराजगंज, कुशीनगर और देवरिया में भी आयोजित किया गया। कर्मचारी ने तत्काल मांगें पूरी करने की मांग की है।कार्यक्रम में संयुक्त विकास आयुक्त तेजप्रताप मिश्रा, जिला विकास अधिक नीरज कुमार श्रीवास्तव, परियोजना निदेशक डीआरडीए आरती सिंह, ग्राम विकास अधिकारी संघ के मंडल अध्यक्ष राकेश पाडेय, जिला मंत्री अमरनाथ गौतम, ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष अरुणेश पाल, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी हीरामणि, प्रशासनिक अधिकारी संत कुमार नंदन आदि उपस्थित रहे।