पागलनाला में वर्ष 1999 से पहाड़ी से लगातार भूस्खलन हो रहा है। यहां पास ही स्थित टंगणी गांव के साथ कृषि भूमि पर भी भू-धंसाव का खतरा बना हुआ है।
बदरीनाथ हाईवे पर परेशानी का सबब बना पागलनाला आगामी चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों के लिए परेशानी खड़ा नहीं करेगा। अब एनएचआईडीसीएल और टीएचडीसी की ओर से इस समस्या का समाधान निकाला गया है। पागलनाला में 40 मीटर लंबी और 15 फीट चौड़ी सड़क बनाई जाएगी। पहले यहां पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना की सुरंग व डैम साइट का मलबा डाला जाएगा जिसके बाद यहां सड़क बनाई जाएगी। उम्मीद है कि यह प्रयोग यहां कारगर साबित होगा।
बता दें कि बीते वर्ष हुई ज्यादा बारिश से नाले में बहकर आया टनों मलबा चारधाम यात्रा पर पहुंचे तीर्थयात्रियों के साथ ही स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब बना रहा। तीन दिनों तक यहां वाहनों की आवाजाही भी बंद रही। एनएचआईडीसीएल (राष्ट्रीय राजमार्ग एवं ढांचागत विकास) की ओर से पागलनाला में सुरंग निर्माण का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया था लेकिन हाईवे के दोनों ओर भू-धंसाव के कारण सुरंग निर्माण की अनुमति नहीं मिल पाई।
इसके बाद यहां करीब 90 मीटर लंबे ब्रिज के निर्माण का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया जिसकी स्वीकृति अभी तक नहीं मिल पाई है। अब आगामी चारधाम यात्रा को देखते हुए एनएचआईडीसीएल के अधिकारियों ने टीएचडीसी के अधिकारियों से विचार-विमर्श कर पागलनाला के ट्रीटमेंट का निर्णय लिया है।
पागलनाला में निर्माणाधीन जल विद्युत परियोजना का मलबा डाला जाएगा जिसके बाद यहां करीब 40 मीटर लंबी तक 15 फीट चौड़ी सड़क बनाई जाएगी। एनएचआईडीसीएल के महाप्रबंधक शैलेंद्र कुमार ने बताया कि पागलनाला में मलबा डंपिंग जोन बनाया जाएगा। इसके ऊपर से 15 फीट चौड़ी सड़क बनाई जाएगी। पानी की निकासी के लिए ह्यूम पाइप लगाए जाएंगे। इस पर जल्द निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।