नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार के मौजूदा कार्यकाल के आखिरी पूर्ण बजट को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कल संसद में पेश किया. अरुण जेटली ने किसानों के लिए संसद में बड़ी घोषणा की. जेटली ने किसानों के लिए सौगातों की झड़ी लगा दी. जेटली ने कहा, 2022 तक किसानों की आय दोगुनी होगी. इसपर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि 2022 तक किसानों की आय दोगुना करना तब तक संभव नहीं है जब तक कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर 12 प्रतिशत तक नहीं पहुंच जाती.
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, राजकोषीय घाटे में वृद्धि हुई है. इससे पहले, सिंह ने कहा था कि यह देखना होगा कि सरकार अपने वादों को कैसे पूरा करेगी. उन्होंने कहा, मैं नहीं समझता कि मैं यह कह सकता हूं कि यह बजट चुनावों में फायदा हासिल करने की मंशा से पेश किया गया है, लेकिन मुझे इस बात की चिंता है कि वित्तीय अंकगणित में कुछ गड़बड़ है.
जेटली ने किसानों के लिए की थी ये घोषणाएं
वित्त मंत्री ने कहा, आलू, प्याज, टमाटर के लिए 500 करोड़ देगी सरकार
-कृषि मंडी व्यवस्था में सुधार के लिए 2,000 करोड़ रुपये के कोष की व्यवस्था
-देश का कृषि उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर, वर्ष 2016-17 में 27.50 करोड़ टन अनाज और 30 करोड़ टन फलों का उत्पादन हुआ.
-अपने भाषण में अरुण जेटली ने कहा कि हमारे 86 फीसदी से अधिक किसान लघु एवं सीमांत किसान हैं. उनके लिए ग्रामीण कृषि बाजारों का विकास भी किया जाएगा.
-वित्त मंत्री ने ऐलान किया कि किसानों के लिए ई-नैम ग्रामीण बाजार बनाए जाएंगे, ताकि किसानों को भी डिजिटल किया जा सके.
-अनाज उत्पादन की चर्चा करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बताया कि साल 2017-18 में हमारे देश में 275 मिलियन टन अनाज का उत्पादन किया गया.
-जेटली ने कहा, 2022 तक किसानों की आय दोगुनी होगी