नई दिल्ली: बृहस्पतिवार को UIDAI के CEO सौरभ गर्ग ने कहा कि UIDAI ऐसी रणनीति बना रही है, जिससे पैदा होने वाले बच्चे के माता-पिता को हाथों हाथ उनका आधार कार्ड प्राप्त हो जाएगा। सौरभ ने कहा कि पैदा होने वाले बच्चों को आधार कार्ड प्रदान कराने के लिए हॉस्पिटल्स को पंजीकरण करने की सुविधा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इस स्कीम को आरम्भ करने के लिए UIDAI, बर्थ रजिस्ट्रार के साथ मिलकर काम करेगा तथा इसके लिए बातचीत की जा रही है।

बता दे कि यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) के सीईओ सौरभ गर्ग बृहस्पतिवार को आधार से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियां दे रहे थे। इसके अतिरिक्त उन्होंने UIDAI की भविष्य की योजनाओं के बारे में भी अवश्य बातें बताईं। सौरभ ने कहा कि भारत में प्रतिदिन लगभग 2।5 करोड़ बच्चों का जन्म होता है। ऐसे में UIDAI की स्कीम है कि हॉस्पिटल में जन्म लेने वाले बच्चों की तस्वीर खींचकर साथ ही साथ आधार कार्ड जारी कर दिया जाएगा। वही फिलहाल 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों के आधार के लिए बायोमेट्रिक्स की आवश्यकता नहीं पड़ती है मगर जब उनकी आयु 5 वर्ष से अधिक हो जाती है तो उनका बायोमेट्रिक्स कराना आवश्यक हो जाता है।
सौरभ ने बताया कि अब जल्द ही भारत में क्षेत्रीय भाषाओं में भी आधार कार्ड जारी किए जाएंगे। फिलहाल, भारत में आधार कार्ड पर दिया जाने वाला विवरण हिंदी और अंग्रेजी में ही होता है। मगर अब जल्द ही आधार कार्ड पर पंजाबी, तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, उड़िया, मराठी जैसी सभी क्षेत्रीय भाषाओं में कार्ड धारक का नाम तथा अन्य विवरण देखने को मिल जाएंगी।
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal