कोरेगांव में हुई हिंसा को लेकर बने तनाव का असर मंगलवार को ही मुंबई तक नजर आने लगा। इसके बाद दलित संगठनों ने बुधवार को महाराष्ट्र बंद का ऐलान कर दिया। बंद और प्रदर्शन बुधवार सुबह तक शांतिपूर्ण रहा। अलग-अलग इलाकों में झंडों के साथ सड़क पर उतरे कई संगठनों से जुड़े लोगों ने मार्च निकाला। प्रदर्शनकारी नारे लगाते हुए कोरेगांव में हुई हिंसा की जांच कराने की मांग कर रहे थे। वो इस मामले के दो अभियुक्तों संभाजी भिडे और मिलिंद एकबोटे की गिरफ़्तारी की मांग भी कर रहे थे।
लेकिन दोपहर के बाद मुंबई के कई इलाकों में हालात तनावपूर्ण हो गए। खासकर विक्रोली और घाटकोपर जैसे इलाकों में स्थिति बिगड़ती दिखी। शाम को जब विरोध प्रदर्शन ख़त्म करने का ऐलान किया गया, तब तक विक्रोली में कई वाहनों में तोड़फोड़ की गई। प्रदर्शनकारियों ने कुछ कारों को भी आग लगाने की कोशिश की। मौके पर मौजूद रहे बीबीसी मराठी सेवा के संवाददाता शरद बाधे और राहुल रनसुभे को तस्वीरें लेने से रोका गया और उन्हें इलाका छोड़ देने को कहा गया। कई जगह पुलिसकर्मी भी मूक दर्शक बने हुए थे।