बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग भी पूरी तरह सक्रिय हो गया है। आयोग ने अब बंगाल व कोलकाता पुलिस को चिट्ठी भेजकर सशस्त्र पुलिस बल के कमांडेंट व अन्य अधिकारी जो तीन साल से ज्यादा समय से एक ही जगह पर जमे हैं, उनका तबादला करने को कहा है। आयोग की ओर से राज्य पुलिस मुख्यालय व कोलकाता पुलिस मुख्यालय दोनों जगहों पर चिट्ठी भेजकर इस संबंध में कदम उठाने का निर्देश दिया गया है।
इससे पहले हाल के दिनों में राज्य सरकार की ओर से बड़े स्तर पर आइएएस व आइपीएस अधिकारियों का तबादला किया गया है। इसके साथ ही चुनाव को देखते हुए विभिन्न पुलिस थानों, चौकियों, सब डिवीजन और जिला पुलिस के अधिकारियों, जो दैनिक आधार पर कानून और व्यवस्था बनाए रखने के प्रवर्तक होते हैं, उनका तबादला किया गया है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह पहली बार है, जब चुनाव आयोग चुनावी हस्तांतरण नियमों के तहत सशस्त्र बलों या बटालियन के पुलिसकर्मियों को लाने जा रहा है। कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार के सूत्रों के अनुसार, आयोग का निर्देश पहले ही उन तक पहुंच चुका है। इसमें कहा गया कि यदि सशस्त्र पुलिस बलों की विभिन्न बटालियनों के कमांडेंट, सहायक कमांडेंट, ओसी (ऑफिसर इंचार्ज), रिजर्व अधिकारी और ऐसे सशस्त्र कर्मी जो लगातार तीन वर्षों से एक ही स्थान पर काम कर रहे हैं. उन्हें अन्यत्र स्थानांतरित किया जाना चाहिए।
अधिकारी ने बताया कि यह नियम पहले से सभी पुलिस स्टेशन या चौकी में काम करने वाले पुलिसकर्मियों के लिए लागू था। लेकिन, यह पहली बार है जब सशस्त्र पुलिस बल या बटालियनों के अधिकारियों व कर्मियों का स्थानांतरण करने को कहा गया है, जो तीन साल से ज्यादा समय से एक ही जगह तैनात हैं। हालांकि आयोग के निर्देश का पालन करने को लेकर बंगाल व कोलकाता पुलिस गंभीर है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार जनवरी की शुरुआत में स्थानांतरण किया जाएगा। बंगाल में अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले चुनाव के लिए हाल में कोलकाता में विभिन्न राज्यों से कड़े सुरक्षा पहरे में ईवीएम मशीनें भी पहुंची है। हाल में बंगाल में चुनावी तैयारियों का जायजा लेने के लिए उप चुनाव आयुक्त भी यहां के तीन दिवसीय दौरे पर आए थे। उन्होंने सभी जिलों के अधिकारियों के साथ बैठक भी की थी।