भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने शनिवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान दिलीप घोष ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहेंगे। इसके साथ ही विजयवर्गीय ने दिलीप घोष को पद से हटाए जाने के बारे में मीडिया में चल रही खबरों को गलत करार दिया।
बता दें कि मीडिया के एक हिस्से में ऐसी खबरें आई थीं कि दिलीप घोष को चुनाव से पहले प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाया जा सकता है। इसके पीछे यह कारण बताया जा रहा था कि पार्टी नेतृत्व प्रदेश भाजपा में अंदरूनी कलह से नाराज है। विजयवर्गीय ने इन खबरों का खंडन करते हुए कहा कि घोष को हटाने का कोई सवाल ही नहीं है।
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, ‘ऐसी खबरें न केवल आधारहीन हैं, बल्कि भ्रामक और राजनीतिक रूप से प्रेरित भी है। मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि बंगाल भाजपा दिलीप घोष के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए विधानसभा चुनाव लड़ेगी। उन्हें हटाने का कोई सवाल ही नहीं है।’ घोष भी खुद को पार्टी का ‘वफादार सिपाही’ बता चुके हैं।
घोष के करीबी माने जाने वाले बंगाल भाजपा के महासचिव सायंतन बसु ने कहा, ‘दिलीप दा को अपना पहला कार्यकाल पूरा करने के बाद इस जनवरी में तीन साल के लिए फिर से चुना गया था। उन्हें हटाने का कोई सवाल ही नहीं है।’ बता दें कि प्रदेश भाजपा में बड़ा बदलाव होने के बाद इन अटकलों को बल मिला था।
राज्य में दशकों तक सीमित मौजूदगी के बाद भाजपा सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभरी है। पिछले साल हुए आम चुनाव में राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने 18 पर जीत दर्ज की थी। भाजपा नेता विश्वस्त हैं कि अगले साल अप्रैल-मई में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी को हार मिलेगी।