– पीएम नरेन्‍द्र मोदी और मैक्रों के बीच रविवार को प्रतिनिधि स्तर की बातचीत होगी

– फ्रांस के सहयोग से बन रहे जैतापुर (महाराष्ट्र) परमाणु बिजली संयंत्र पर भी समझौते पर हस्ताक्षर की उम्मीद
– मैक्रों रविवार को 300 स्‍टूडेंट्स के साथ खुली चर्चा में हो सकते हैं शामिल
– फ्रांसीसी राष्‍ट्रपति ज्ञान सम्मेलन ’ में भी भाग लेंगे. इसमें दोनों पक्षों के 200 से अधिक शिक्षाविद शामिल होंगे.

आतंकवाद निरोधक उपाय, ऊर्जा और अंतरिक्ष पर प्रमुख जोर

संयुक्त सचिव( यूरोप पश्चिम) के नागराज नायडू ने कहा, ‘ फ्रांस विशेष रूप से दक्षिण एशिया में आतंकवाद को लेकर भारत के नजरिये का समर्थन करता है. हम नये क्षेत्रों खासकर समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद निरोधक उपाय तथा अक्षय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में दोनों की बढ़ती सहमति देख रहे हैं. अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत और फ्रांस के बीच एक परिपक्व गठजोड़ है और हम इसे नए स्तर ले जाना पसंद करेंगे.’

इस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति मैक्रों अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) के शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. आईएसए भारत और फ्रांस की संयुक्त पहल का परिणाम है. आईएसए शिखर सम्मेलन में कई देशों एवं सरकार के प्रमुखों के शामिल होने की संभावना है. इसमें ठोस परियोजनाओं पर जोर दिए जाने की संभावना है. उसी दिन वह ताज महल देखने जाएंगे.