चीन के वुहान शहर को कोरोना वायरस का जनक माना जाता है. लंबे लॉकडाउन के बाद चीन के वुहान में तो अब लोगों की जिंदगी पटरी पर लौट रही है लेकिन उत्तर पूर्वी शहर हार्बिन कोरोना का नया केंद्र बनता हुआ नजर आ रहा है.
इस जानलेवा महामारी ने चीन ही नहीं पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है और पौने दो लाख से ज्यादा लोग अब तक मारे जा चुके हैं. वुहान के बाद अब हार्बिन शहर में कोरोना का नया क्लस्टर बन गया है जिसके बाद चीनी सरकार ने पूरे शहर को सील कर दिया है.
चीन का हार्बिन शहर रूसी सीमा से सटा हुआ है इस वजह से अधिकारियों ने एहतियातन पूरे क्षेत्र में किसी भी प्रकार की गतिविधियों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है.
बता दें कि कोरोना वायरस की शुरुआत चीन के वुहान शहर से ही हुई थी. महीनों के लॉकडाउन के बाद वुहान को संक्रमण मुक्त बताकर चीन ने यहां जनजीवन सामान्य कर दिया था. इसके बाद चीन ने दावा किया था कि उसने कोरोना वायरस पर नियंत्रण कर लिया है और दूसरे देशों के मुकाबले वहां मृतकों की संख्या काफी कम है.
चीन के हीलॉन्गजियांग प्रांत में कोरोना वायरस के फिर से तेजी से फैलने के बाद चीन सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए कई अधिकारियों को दंडित कर दिया था. उन्हें नौकरी से हटा दिया गया था. इस प्रांत में ज्यादातर विदेश से आए लोग संक्रमित पाए गए थे.
अब हीलॉन्गजियांग की राजधानी हार्बिन में कोरोना के नए मामले सामने आने के बाद शहर में बाहरी लोगों और वाहनों के प्रवेश पर रोग लगा दी गई है. चीन में हॉटस्पॉट क्षेत्र में रहने वाले लोगों को फिर से क्वारनटीन में रखने का फैसला लिया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक बीते सप्ताह अस्पताल पहुंचे 35 लोग एक 87 वर्षीय मरीज से अस्पताल में संक्रमित पाए गए थे जिसके बाद हार्बिन शहर को नया कोरोना क्लस्टर माना जाने लगा. इस शहर की आबादी एक करोड़ से ज्यादा है. हार्बिन के सभी स्कूल-कॉलेजों को फिलहाल बंद कर दिया गया है.
चीन के नैशनल हेल्थ कमिशन के मुताबिक बुधवार को हीलॉन्गजियांग प्रांत में 537 संक्रमित मामलों की पुष्टि हो चुकी है. इनमें से 384 लोग बाहर से आए थे.