रामपुर में बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई फसल और बैंक के कर्ज में डूबे किसान की सदमे से मौत हो गई. भोट थाना क्षेत्र के मनकरा गांव निवासी शाह अहमद ने अपनी चार एकड़ जमीन पर लाई और गेंहू बोया था. उन्हें उम्मीद थी कि फसल से किसान सेवा समिति से लिए गए चार लाख के ऋण की वे भरपाई कर सकेंगे, लेकिन लगातार हो रही बेमौसमी बारिश ने शाह अहमद के अरमानों पर पानी फेर दिया.
बीती रात बारिश होने पर चिंतित शाह अहमद अपने खेतों मे हुए नुकसान को देखने गए थे और गुमसुम वापिस लौट आए. सुबह नमाज के लिए उठे शाह अहमद को सदमे की वजह से तेज दिल का दौरा पड़ा और उनकी तुरंत ही मौत हो गई. 60 वर्षीय शाह अहमद के 6 लड़के और 6 लड़कियां हैं. उनकी तीन बेटियों की शादी नहीं हुई है.
सीएम योगी के खिलाफ अभद्र टिपण्णी करने से बचें वरना ये होगा अंजाम
अपने सरपरस्त की मौत और विरासत मे मिले कर्जे की वजह से पूरा परिवार गम में डूबा हुआ है और ऋण अदायगी को लेकर चिंतित भी है. अब मृतक किसान का गम मे डूबा परिवार सरकार से मदद की बात जोह रहा है.
रामपुर में फसली नुकसान के सदमे में अब तक दो किसानों की मौत हो चुकी है. इससे पूर्व बुधवार को टांडा तानाक्षेत्रा के बरगद मोहल्ला निवासी 35 वर्षीय मोहम्मद इस्माइल की मौत भी बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई फसल की वजह से सदमे में हुई थी.