जो महिलाएं ज्यादा आलू खाती हैं उन्हें गर्भावस्था के दौरान मधुमेह होने की आशंका बढ़ जाती है. एक अध्ययन से यह खुलासा हुआ है.
शरीर में इंसुलिन नाम के हॉर्मोन के कम बनने से डायबिटीज होती है. इसमें सबसे आम है टाइप-2 डायबिटीज. उसके बाद है जेस्टेशनल डायबिटीज (गर्भावस्था के दौरान होने वाली डायबिटीज). महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान होने वाली डायबिटीज के टाइप-2 डायबिटीज में बदलने का अंदेशा रहता है.
शोधकर्ताओं ने मधुमेह से बचने के लिए गर्भवती महिलाओं आलू की जगह दूसरी सब्जियों, फलियों और अनाज खाने की सलाह दी है.
गर्भावस्था के दौरान होने वाली समस्याओं में मधुमेह एक प्रमुख समस्या है. इसके कारण मां के खून में चीनी का स्तर बढ़ जाता है और भविष्य में मां और बच्चे दोनों के लिए समस्याएं पैदा हो सकती हैं.