बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां सोमवार को कहा कि प्रारंभ से ही हम लोग राजनीति में वंशवाद और परिवारवाद के खिलाफ रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजनीति में वंशवाद की शुरुआत कांग्रेस से ही हुई है।
बेनामी संपत्ति और भ्रष्टाचार के मामले में घिरे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पद धन अर्जन करने के लिए नहीं, बल्कि काम करने के लिए मिलता है।
पटना में लोकसंवाद कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “पद धन इकट्ठा करने के लिए नहीं मिलता, बल्कि काम करने के लिए मिलता है। भ्रष्टाचार और गलत तरीके से इकट्ठा किया गया धन किसी के काम नहीं आता। जो गलत करेगा वो कभी ना कभी पकड़ा जाएगा। पाप कभी छुपता नहीं है।”
विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ कराने के विषय में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सैद्घांतिक रूप से लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होने चाहिए।
उन्होंने कहा, “मेरी व्यक्तिगत राय है कि लोकसभा और विधानसभा ही नहीं, नगर निकायों और पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव भी एक साथ होने चाहिए। ऐसे में चुनी गई सरकारों को जहां काम करने का पूरा समय भी मिलेगा, वहीं चुनाव खर्च में भी कमी आएगी।”
हाल के दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हो रही वृद्घि को लेकर नीतीश कुमार ने कहा कि मूल्य वृद्घि पर ध्यान देना जरूरी है, परंतु केवल मूल्य वृद्घि को लेकर पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में रखना सही नहीं है।
उन्होंने कहा कि पेट्रेाल और डीजल के दाम प्रतिदिन तय हो रहे हैं, ऐसे में कभी कम होंगे तो कभी ज्यादा होंगे। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि कर (टैक्स) से ही विकास कार्य होते हैं।