बिकरू कांड में विकास दुबे के सहयोगी रहे जय बाजपेई की चार अचल संपत्तियों को प्रशासन ने रविवार दोपहर फोर्स की मौजूदगी में जब्त कर लिया। प्रशासन की इस कार्रवाई पर जय की पत्नी श्वेता और मां प्रसून ने कई सवाल खड़े किए हैं और कानून को दरकिनार कर कार्रवाई करने का आरोप भी लगाया है।
बिकरू कांड में मुख्य आरोपी विकास दुबे के रुपयों के लेनदेन करने व सहयोग देने के मामले में ब्रह्मनगर निवासी जय बाजपेई को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। पुलिस ने जय बाजपेई की संपत्तियों का ब्योरा जुटाकर सीज करने की कार्रवाई शुरू की थी। इसी कड़ी में पुलिस रिपोर्ट पर डीएम के आदेश के बाद तहसीलदार सदर के निर्देशन में प्रशासनिक टीम रविवार पूर्वाह्न करीब 11:30 बजे ब्रह्मनगर पहुंची और सबसे पहले जय बाजपेई के मकान नंबर 111/ 481 को सील किया। इस मकान में रहने वाले तीन किरायेदारों ने शनिवार देर रात अपना सामान समेट लिया था।
इसके बाद टीम ने 107/300 के 18 वर्गगज हिस्से को सील किया, जिसे सात साल पहले खरीदा गया था। इसके बाद मकान संख्या 107/298 को सील किया, जिसमें जय की मां प्रसून और भाई अभय का परिवार रह रहा था। प्रशासनिक टीम ने मकान में रहने वाले सभी लोगों को बाहर निकाल दिया। इसके बाद जय की पत्नी श्वेता, मासूम बेटी कुहू और बेटे कान्हा को बाहर निकालकर प्रशासनिक टीम ने मकान संख्या 111/478 को भी सील किया गया। श्वेता अपने साथ बांके बिहारी की प्रतिमा लेकर बच्चों के साथ घर से निकलकर बाहर आईं। सदर तहसीलदार अतुल कुमार ने बताया कि अभी जय की चार अचल संपत्तियों को सील किया गया है। उच्च अधिकारियों के निर्देश के बाद आगे की कार्यवाही होगी। इस दौरान अरमापुर, नजीराबाद कर्नलगंज, फजलगंज थानों की फोर्स व पीएसी रही।
जय की पत्नी बोली, हमसे नहीं मांगे गए कोई सबूत
प्रशासन द्वारा संपत्ति सील किए जाने की कार्रवाई को जय की पत्नी श्वेता और मां प्रसून ने उत्पीड़न बताया। उन्होंने प्रशासन की कार्रवाई पर कई सवाल खड़े किए हैं। श्वेता ने कहा कि अब तक प्रशासन ने उनसे संपत्ति के बाबत कोई सबूत नहीं मांगा है, जबकि जय के साथ वह भी 10 वर्ष से आयकर रिटर्न भर रही हैं। श्वेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह कार्रवाई इलाके में रहने वाले अधिवक्ता के कहने पर की जा रही है।
उन्होंने कहा कि पति निर्दोष हैं और जिस तरह से अधिवक्ता उनका पड़ोसी है, उसी तरह से गांव में विकास दुबे पड़ोसी था। पत्नी ने कहा कि जय की कोई भी संपत्ति दुबई थाईलैंड आदि देशों में नहीं है, यह सब मनगढ़ंत तरीके से गलत बताया जा रहा है। एक मकान अभी लोन पर है, उसे भी सील कर दिया गया। पुलिस प्रशासन की कार्रवाई से पूरा परिवार सड़क पर आ गया है।