प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत केदारपुरी की पहाड़ियों पर साधना के लिए बनाई गई तीन ध्यान गुफाएं। इनमें से जिस गुफा में प्रधानमंत्री मोदी ने ध्यान लगाया था उसकी मई तक की बुकिंग फुल हो चुकी है।
केदारनाथ यात्रा को लेकर इस बार तीर्थ यात्रियों में भारी उत्साह है। जिस हिसाब से धाम के लिए आनलाइन पंजीकरण हो रहे हैं, उससे उम्मीद है कि इस बार रिकार्ड तीर्थ यात्री बाबा के दर्शनों को पहुंचेंगे। वहीं, तीर्थयात्री केदारनाथ यात्रा के दौरान ध्यान साधना व ट्रैकिंग का भी आनंद ले सकते हैं।
केदारनाथ की पहाड़ियों पर तीन ध्यान गुफाएं
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत केदारनाथ की पहाड़ियों पर तीन ध्यान गुफाएं बनाई गई हैं। इनमें से जिस गुफा में प्रधानमंत्री मोदी ने ध्यान लगाया था, उसकी मई तक की बुकिंग फुल हो चुकी है। यह गुफा मंदिर से लगभग 800 मीटर दूर मंदाकिनी नदी के दूसरी ओर दुग्ध गंगा के पास स्थित है।
इस गुफा के बाद बनी दो अन्य गुफाओं की बुकिंग आफलाइन है। यात्राकाल के दौरान गढ़वाल मंडल विकास निगम के केदारनाथ स्थित अतिथिगृह में इन गुफाओं के लिए बुकिंग होती है।
18 मई 2019 को मोदी ने लगाया था ध्यान
केदारनाथ की पहाड़ियों पर स्थित प्राकृतिक गुफाओं को ध्यान गुफा के रूप में तैयार किया गया है। वर्ष 2018 में एक गुफा का निर्माण नेहरू पर्वतोरोहण संस्थान ने किया था।
वर्ष 2019 में 18 मई को इसी गुफा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ध्यान लगाया था। इसके बाद इस गुफा का के प्रति तीर्थ यात्रियों का आकर्षण काफी बढ़ गया। सुविधा संपन्न दस फीट लंबी और आठ फीट चौड़ी इस गुफा की बुकिंग मई तक के लिए फुल हो चुकी है।
प्राकृतिक रूप से मौजूद ये गुफाएं
- ध्यान गुफाओं में सुविधाएं गढ़वाल मंडल विकास निगम के क्षेत्रीय प्रबंधन सुदर्शन सिंह खत्री बताते हैं कि प्राकृतिक रूप से मौजूद इन गुफाओं को संवारकर इनमें बिजली, पानी, संचार व शौचालय की सुविधा उपलब्ध है।
- बुकिंग करने वाले व्यक्ति को जीएमवीएन की ओर से एक समय का भोजन व चाय-नाश्ता उपलब्ध कराया जाता है।
- वर्ष 2018 में बनी पहली ध्यान गुफा का एक दिन का शुल्क 3000 रुपये है।
- जबकि, बाद में बनी अन्य दो ध्यान गुफाओं का शुल्क 1500 रुपये लिया जाता है।
- गढ़वाल मंडल विकास निगम लिमिटेड (GMVN) गुफा के लिए ऑनलाइन बुकिंग करती है।
वासुकीताल ट्रैकिंग रूट ट्रैकर की खास पसंद
केदारनाथ से वासुकीताल ट्रैक सबसे पसंदीदा ट्रैकिंग रूट है। बड़ी संख्या में ट्रैकर यहां ट्रैकिंग के लिए पहुंचते हैं। केदारनाथ धाम में दर्शनों के बाद प्रतिवर्ष औसतन 50 हजार तीर्थ यात्री वासुकीताल की सैर करते हैं।
समुद्रतल से 4140 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह ट्रैक केदारनाथ धाम से लगभग आठ किमी दूरी पर स्थित है। यहां एक ताल है, जिसकी सुंदरता देखते ही बनती है।