नुपुर शर्मा के विवादास्पद बयान के बाद शुरू हुए विरोध प्रदशर्नों के प्रदेशव्यापी होने के बाद एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ता) सतर्क हो गई है। शासन ने एटीएस को सख्त निर्देश दिए हैं कि पूर्व में जो भी सांप्रदायिक उपद्रव हुए हों, उनमें आरोपित बनाए गए एक-एक की कुंडली खंगाली जाए। इसके बाद एटीएस ने कमिश्नरेट पुलिस सहित आसपास की जिला पुलिस से पूर्व के बवालों की जानकारियां मांग ली है।
असल में शासन का मानना है कि जो कुछ हो रहा है, वह पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा है। योजनाबद्ध तरीके से कुछ लोगों ने साजिश रची है। ऐसे में शासन ने एटीएस को निर्देश दिए हैं कि वह अपने-अपने कार्य क्षेत्रों में पड़ने वाले सभी जनपदों में हुए दस साल पूर्व के सांप्रदायिक उपद्रवों की लिस्ट लें, उनके आरोपितों के नाम छांटे और एक-एक करके सभी आरोपितों की शिनाख्त कर उनका डोजियर तैयार करें। यह देखें कि उक्त लोग इस बार भी हिंसा में शामिल नहीं हैं या हिंसा में शामिल लोगों के संपर्क में तो नहीं है। उनकी विशेष निगरानी के लिए कहा गया है, जिन्हें पूर्व के उपद्रवों में मास्टरमाइंड माना गया है।
नई सड़क उपद्रव में एटीएस ने छांटे 16 उपद्रवियों के नाम
नई सड़क हिंसा की जांच में जुटी पुलिस ने मास्टर माइंड हयात जफर हाशमी व उपद्रव कराने वाली कोर टीम के 16 उपद्रवियों के नाम चिन्हित कर लिए हैं। एटीएस ने सभी के नाम, मोबाइल नंबर, पता के साथ फोटो का इंतजाम कर यह सूचना कमिश्नरेट पुलिस से भी साझा की है।