सावन का पहला सोमवार आज है। सावन में चारों तरफ प्रकृति ने हरियाली की चादर ओढ़ ली है। ऐसा ही एक नजारा शहर से करीब 5 किलोमीटर दूर गुप्तेश्वर पहाड़ी पर देखने को मिल रहा है। यहां चारों तरफ हरियाली का एक अद्भुत दृश्य है। गुप्तेश्वर पहाड़ी पर भगवान भोलेनाथ का एक प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर 500 फीट ऊंचाई पर बना है। मंदिर में भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए 84 सीढ़ियां चढ़ना पड़ती हैं। सावन में भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए शहर से काफी संख्या में लोग पहुंचते हैं।
स्टेटकाल में बना था मंदिर –
गुप्तेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण स्टेटकाल के समय ग्वालियर शहर के प्रवेशद्वार पर किया गया था।
मन्नत पूरी हो जाती है –
भक्तों का मानना है कि यहां जाने वाले लोगों की मन्नत पूरी हो जाती है। वे कभी निराश नहीं होते हैं। मंदिर में जाने के लिए तिघरा रोड पर स्थित गोल पहाड़िया चढ़ते ही बाएं हाथ पर गुप्तेश्वर महादेव मंदिर जाने के लिए रास्ता है। वहां से सीधे जाते हुए मंदिर तक पहुंच सकते हैं।
शनिवार से सावन मास शुरू हो गया है और आज सावन का पहला सोमवार है, शहर के शिवालयों पर सोमवार को भक्तों की संख्या में तीन गुना तक अधिक इजाफा हो जाता है। इसके चलते सभी प्रमुख मंदिरों में कई इंतजाम किए गए हैं। वहीं अचलेश्वर न्यास द्वारा मंदिर में राष्ट्र, शहर और प्रकृति के संतुलन के लिए सावन माह के प्रत्येक सोमवार को रूद्र महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। वहीं मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को दर्शन करने के दौरान कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए महिलाओं एवं पुरूषों की अलगअलग कतारें लगाई जाएंगी।
अचलेश्वर महादेव मंदिर –
अचलेश्वर महादेव मंदिर पर सोमवार को आने वाले भक्तों के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। भक्तों की संख्या देखकर कतारों की संख्या कम या बढ़ाई जाएगी। अगर भक्तों की संख्या अधिक रहती है तो महारानी लक्ष्मीबाई महाविद्यालय की ओर से भी कतारें लगाई जाएंगी। साथ ही नंगे पैर आने वाले भक्तों को परेशानी नहीं हो इसके लिए लम्बी टाटपट्टियां भी बिछाई जाएंगी। साथ ही मंदिर में विशेष सज्जा एवं लाइटिंग की व्यवस्था की जाएगी।