प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात चुनाव में आचार संहिता के कथित उल्लंघन को लेकर कांग्रेस के निशाने पर आ गए हैं. गुजरात के दूसरे चरण की वोटिंग में आज अपना वोट डालने अहमदाबाद के राणिप बूथ पहुंचे मोदी ने वोट डालने के बाद सड़कों पर खड़े लोगों का अभिवादन किया. कांग्रेस इसे रोड शो का नाम देकर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगा रही है. पार्टी ने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग को भी निशाने पर लिया है.
कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने कहा कि गुजरात में चुनाव आयोग ने सारी जिम्मेदारियों से किनारा कर लिया है. गुजरात में मोदी की डूबती नांव को कठपुत्ली बन चुके चुनाव आयोग का सहारा लिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि चुनाव अयोग के सहारे पीएम मोदी रोड शो कर रहे हैं और वो आंख मूंदकर बैठा है.
गौरतलब है कि गुजरात चुनाव के दूसरे चरण में आज वोट डाले जा रहे हैं. दोपहर 12 बजे के बाद खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अहमदाबाद के राणिप बूथ पर वोट डालने पहुंचे. पीएम यहां आम नागरिक की तरह लाइन में लगे और अपना नंबर आने के बाद वोट डाला.
वोट डालने के बाद जब मोदी बूथ के बाहर निकले तो सड़क के दोनों ओर उन्हें देखने के लिए बीजेपी कार्यकर्ताओं का हुजूम एकत्र था. पीएम अपनी गाड़ी में बैठकर वापस जाने के बजाय उसके दरवाजे पर खड़े हो गए और उन्होंने बड़ा रास्ता ऐसे ही सड़क के दोनों ओर खड़े लोगों का अभिवादन करते हुए पार किया.
मोदी के इस कदम को कांग्रेस ने रोड शो करार देते हुए इसे आचार संहिता का खुला उल्लंघन बताया. कांग्रेस ने इस घटना के तुरंत बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें कांग्रेस के गुजरात प्रभारी अशोक गहलोत, रणदीप सुरजेवाला मीडिया के सामने आए और चुनाव आयोग को कठपुतली आयोग बताया.
सुरजेवाला ने कहा कि चुनाव आयोग कांग्रेस के लिए अलग मापदंड और बीजेपी के लिए अलग मापदंड बना रखा है. कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी के इंटरव्यू को गुजरात के चैनलों के दिखाने पर रोक लगाता है, लेकिन बीजेपी नेताओं पर किसी तरह की कोई कार्यवाई नहीं करता है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के सामने सारे तथ्य रखे, लेकिन उन्होंने कहा कि 5 बजे के बाद कोई एक्शन लेंगे.
सुरजेवाला ने चुनाव आयुक्त को भी कठघरे में खड़ा किया और कहा कि चुनाव आयुक्त मोदी के पीएस की तरह काम कर रहे हैं.
कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने कहा कि पीएम मोदी का रोड शो पूरी तरह चुनाव उल्घंन है. इस पर चुनाव आयोग किसी तरह का कोई कार्यवाई नहीं की है. उन्होंने कहा कि आयोग लगता है कि चुनाव आयोग पीएम और पीएमओं के दबाव में काम करते है.
अशोक गहलोत ने कहा कि चुनाव आयोग के चेयरमैन गुजरात के चुनाव पीएम मोदी की हरकतें दर्शाती है, कि उन्होंने सारी प्रकाष्ठा को तोड़ रहे हैं. इसके बावजूद चुनाव आयोग हाथ-पर हाथ धरे बैठा है
इससे पहले सुरजेवाला ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री रोड शो कर रहे हैं और संबंधित एजेंसी संविधान का माखौल बना रही है. क्या चुनाव आयोग प्रधानमंत्री के निजी सहायक के रूप में काम कर रहा है. क्या ये संवैधानिक कर्तव्यों का उल्लंघन नहीं है?
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव के मतदान करने बाद अपने कुर्ते पर बीजेपी के चुनाव निशान कमल को लगा रखा था. मतदान के बाद मोदी ने कमल निशान को दिखाया था. इस पर कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी. हालांकि चुनाव आयोग ने बाद में मोदी को इस मामले में क्लीन चिट दे दिया था.