विटामिन से भरपूर चौलाई दो प्रकार की होती है। लाल और हरी लाल चौलाई अधिक गुणों वाली होती है। चौलाई का रस गठिया, रक्तचाप और ह्रद्य के रोगियों के लिेए लाभदायक है। इसकी सब्जी भी खाई जा सकती है। पेट के रोग, कब्ज और बाल गिरने पर चौलाई की सब्जी खाना लाभदायक है।
चौलाई- चौलाई का ताजा रस एक एक कप सुबह शाम पीने से बाल गिरने रूक जाते हैं। साथ ही नए बाल भी उगने लगते हैं।
पथरी- चौलाई के पत्तों का साग नित्य खाते रहने से पथरी गलकर बाहर निकल जाती है।
दस्त- चौलाई के पत्तों का साग दस्त साफ लाने वाला, रक्त विकारों को दूर करने वाला व पथ्यकारक होता है। यह संग्रहणी दस्त में लाभदायक है।
भूख- चौलाई का साग भूख बढ़ाता है। इसमें सोना गोल्ड पाया जाता है।
कब्ज- स्तनपान करने वाले बच्चों को यदि चौलाई का रस एक दो चम्मच दिया जाए तो उनकी कब्ज दूर हो जाती है।