पटना, पटना के गायघाट आश्रय गृह में रह चुकी उत्तर प्रदेश की एक महिला के आरोपों को लेकर राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने सरकार पर सीधा निशाना साधा है। उन्होंने मामले को लेकर जदयू कोटे के मंत्री और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर ही आरोप जड़ दिया है। यूपी की महिला ने पटना के आश्रय गृह में मुजफ्फरपुर जैसी घटनाओं का ही आरोप लगाया था। महिला ने कहा था कि आश्रय गृह में रहने वाली महिलाओं से देह व्यापार कराया जाता है और उन्हें प्रताडि़त कर जहां-तहां भेजा जाता है। अब राबड़ी देवी ने कहा कि सबकुछ राज्य सरकार की जानकारी में है।
मुख्यमंत्री पर भी उठाए सवाल
राबड़ी देवी ने कहा कि आश्रय गृहों के अधिकारी सत्ताधारी दलों के नेताओं से जुड़े हुए हैं। सभी देख रहे कि नीतीश कुमार किस तरह से सरकार चला रहे हैं। राबड़ी देवी ने कहा कि मुजफ्फरपुर आश्रय गृह कांड में भी जदयू का मंत्री शामिल था। तब सरकार ने पहले मंत्री को क्लीनचिट दे दी थी। बाद में इस्तीफा लिया। इसबार भी समाज कल्याण मंत्री जदयू कोटे से ही आते हैं। तभी तो बिना जांच के क्लीनचिट दे दी गई। पीडि़ता न्याय के लिए भटक रही है, लेकिन पुलिस ने प्राथमिकी भी दर्ज नहीं की है।
यौन शोषण मामले में पीडि़ता की कराई गई काउंसलिंग
पटना के गायघाट रिमांड होम में यौन शोषण के मामले में शुक्रवार को पीडि़त युवती की समाज कल्याण विभाग में काउंसलिंग कराई गई। महिला विकास मंच की अध्यक्ष वीणा मानवी के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम पीडि़ता को लेकर समाज कल्याण विभाग पहुंची। वहां तीन अधिकारियों के समक्ष पीडि़ता की तीन घंटे काउंसलिंग चली। पीडि़ता ने आपबीती सुनाई। वीणा मानवी ने बताया कि काउंसङ्क्षलग के दौरान पीडि़ता की बातों को नोट किया गया। युवती को सुरक्षा प्रदान करने के लिए एसएसपी को वाट्सएप पर आवेदन भेजा गया है। शनिवार को उन्हें पत्र सौंपा जाएगा।
वायरल हुआ था युवती का वीडियो
विदित हो कि गायघाट रिमांड होम में रही युवती ने वहां की सुपरिटेंडेंट वंदना गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाए हैं। युवती द्वारा लगाए गए आरोपों का वीडियो वायरल हुआ था। समाज कल्याण विभाग की टीम ने जांच कर रिपोर्ट भी सौंप दी थी। पीडि़ता का बयान लिए बिना हुई जांच से कई सवाल खड़े हो गए। मामले ने तूल पकड़ लिया है। हाईकोर्ट ने भी मामले का संज्ञान लिया है।