इंग्लैंड के सेलिसबरी में रूस द्वारा कथित तौर पर पूर्व जासूस पर नर्व एजेंट हमले को लेकर रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने वालों में नाटो का नाम भी जुड़ गया है. ट्रांस अटलांटिक संगठन नाटो ने मंगलवार को घोषणा कि उसने सात रूसी अधिकारियों से मान्यता वापस ले ली है. समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रसेल्स में एक संवाददाता सम्मेलन में महासचिव जेंस स्टोलनबर्ग ने कहा कि संदिग्ध नर्व एजेंट हमला, जिसके कारण सर्गेई स्क्रिपल व उनकी बेटी यूलिया अपने जीवन से संघर्ष कर रहे हैं, नाटो क्षेत्र में अपनी तरह का पहला हमला है. उन्होंने कहा कि नाटो के 25 सहयोगियों व साझेदारों ने प्रतिक्रिया के तौर पर 140 रूसी राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है.
नॉर्वे के राजनीतिज्ञ ने कहा, “नाटो आगे के कदम उठाने के लिए एकजुट है. मैंने आज नाटो के रूसी मिशन में कार्यरत सात कर्मचारियों की मान्यता वापस ले ली है. मैं तीन अन्य लोगों की लंबित मान्यता को भी अस्वीकार कर दूंगा.” उन्होंने कहा कि यह रूस के लिए स्पष्ट संदेश है कि उसे अपने दुस्साहसी व्यवहार के परिणाम भुगतने होंगे.
आपको बता दें कि 7 मार्च की खबर के मुताबिक एक पूर्व रूसी जासूस को किसी अज्ञात संदिग्ध चीज के संपर्क में आने की वजह से गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. विल्टशायर पुलिस ने कहा कि 60 से ज्यादा की उम्र का एक पुरुष और 30 साल से ज्यादा उम्र की एक महिला 5 मार्च (रविवार) दोपहर सेलिसबरी शहर के माल्टिंग्स शॉपिंग सेंटर में एक बेंच पर बेसुध पड़े मिले. दोनों के शरीर पर किसी तरह की चोट के निशान नहीं थे. सुरक्षा अधिकारी क्रेग होल्डन ने कहा कि हो सकता है कि दोनों एक दूसरे को जानते हों. दोनों की ही हालत गंभीर बनी हुई है.
डीप कवर स्लीपर एजेंट
यह मामला इसलिए बड़ा है क्योंकि पूर्व रूसी जासूस सर्गेई स्क्रिपल(66) उन चार रूसी लोगों में से एक है जिसे 2010 में मॉस्को ने अमेरिका में 10 डीप कवर ‘स्लीपर’ एजेंट के तौर पर बदला था. उसके बाद इसे ब्रिटेन में शरणार्थी का दर्जा दे दिया गया था. स्क्रिपल रूसी सैन्य खुफिया अधिकारी के पद से सेवानिवृत हुए थे. उन्हें ब्रिटेन के लिए जासूसी करने के आरोप में रूस ने 2006 में 13 साल के जेल की सजा सुनाई थी.