एनकाउंटर स्पेशलिस्ट कहे जाने वाले रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी डीजी वंजारा नई सियासी पारी के लिए तैयार हैं। गुजरात में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का सामना करने के लिए राजनीतिक दल ‘प्रजा विजय पक्ष’ की भी शुरुआत कर दी है। साथ ही उन्होंने ऐलान कर दिया है कि पार्टी सभी 182 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है। गुजरात विधानसभा के लिए 1 और 5 दिसंबर को मतदान होगा।
पूर्व पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘हिंदुत्व से कम कोई भी पार्टी गुजरात की सत्ता में भाजपा की जगह नहीं ले सकती, क्योंकि गुजरात हिंदुत्व की लेबोरेटरी है। प्रजा विजय पक्ष ही केवल ऐसी पार्टी है जो इसकी क्षमता रखती है। राजसत्ता को अहमियत देने वाली भाजपा के मुकाबले हिंदुत्व के मामले में देने के लिए हमारे पास ज्यादा है। पीवीपी राजसत्ता को धर्मसत्ता के साथ मिलाएगी।’
पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, ‘सत्ता से व्यक्ति भ्रष्ट होता है और पूर्ण सत्ता पूरी तरह भ्रष्ट करती है। यही हाल गुजरात में भाजपा के बगैर रोक के जारी शासन का है। कांग्रेस ने भाजपा को हटाने का असफल प्रयास किया। आम आदमी पार्टी भी भाजपा को सत्ता से नहीं हटा पाएगी।’
पीवीपी के आने से वोट बंटने की स्थिति को लेकर वंजारा बोले, ‘लोकतंत्र में एक पार्टी का शासन नहीं हो सकता। लोकतंत्र में वोट का बंटवारा होना ही चाहिए। यह संवैधानिक योजना का हिस्सा है। इसमें गलत क्या है?’ टिकट कटने को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, ‘टिकट बहुत छोटी बात है। मैं वो नहीं हूं, जो टिकट मांगे, बल्कि मैं वो हूं जो टिकट देता है। मैं देने वाला हूं, भिखारी नहीं हूं। यह विचारधारा और सरकार को बदलने का सवाल है।’
1980 में पुलिस में शामिल हुए वंजारा 1987 में आईपीएस रैंक पर प्रमोट हुए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वह ऐसी कई मुठभेड़ों का हिस्सा रहे, जहां पुलिस ने दावा किया कि आरोपी तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को मारने की साजिश रच रहे थे। हालांकि, बाद में उन्हें सभी मामलों से बरी कर दिया गया।